लद्दाख (Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच तनाव कम नहीं हो रहा है. चीनी सेना पर पीछे हटने को तैयार नहीं है तो भारतीय सेना भी उनका मुकाबला करने के लिए सीमा पर तैनात है. इस बीच एलएसी पर तनाव को कम करने के लिए मलबार को भारत और चीन के बीच तीसरी बैठक हुई. सूत्र बताते हैं कि तीसरे दौर की बैठक में भारत ने चीन को स्पष्ट कह दिया है कि लद्दाख में नई सीमा रेखा मंजूर नहीं होगी. सूत्रों ने बताया कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने साफ तौर पर कह दिया है कि चीन एलएसी (LAC) पर तनाव से पूर्व की स्थिति बहाल करे और गलवान घाटी, पैंगोंग त्सो और अन्य क्षेत्रों से अपने सैनिकों को तत्काल पीछे हटाए.
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सूत्रों के मुताबिक, भारत और चीन के बीच यह कोर कमांडर स्तर की यह बैठक चुशुल सेक्टर में एलएसी पर भारतीय क्षेत्र में हुई. बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई थी और रात 9 बजे के बाद तक जारी रही. भारतीय दल का नेतृत्व 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिदर सिंह ने किया तो चीन दल का नेतृत्व तिब्बत सैन्य जिला के मेजर जनरल लिउ लिन ने किया.
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गौरतलब है कि इससे पहले 22 जून को भारत चीन के बीच बैठक हुई थी दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की बैठक चीन की तरफ से मोल्डो में हुई. इस दौरान इस दौरान भी भारत ने पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग त्सो इलाके से चीनी सैनिकों को हटाने को कहा था. जबकि भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के बाद 6 जून को पहले दौर की बैठक हुई थी. बावजूद इसके चीन लगातार दगाबाजी कर रहा है. एक तरफ बैठक में सीमा पर शांति और अपने सैनिकों को पीछे हटाने पर हामी भरता है तो वहीं दूसरी ओर वह एलएसी पर अपने जवानों की तादाद बढ़ाने में लगा है. जिसके बाद से हालात और नाजुक होते जा रहे हैं.
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