चीन को चौतरफा घेरने की आक्रामक रणनीति पर भारत काम कर रहा है. चीन को पहला झटका 59 चाइनीज एप्प को बैन करके भारत ने दिया है. सूत्रों का कहना है कि ये तो सर्फ ट्रेलर था अभी पूरी फिल्म बाक़ी है. जानकारी के मुताबिक चीन की आर्थिक रूप से कमर तोड़ने की तैयारी भारत ने कर ली है. पहली बार चीन ने इस बात को आधिकारिक रुप से माना है कि टिकटॉक को बैन करने से उसकी मदर कंसर्न कंपनी को 6 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है. यानी भारत का निशाना सटीक लगा है.
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सूत्रों से मिली जानकरी के मुताबिक पीएम नरेन्द्र मोदी ने सभी मंत्रालयों से एक रिपोर्ट तैयार करने को कहा है. इसमें ये कहा गया है कि अपने मंत्रालय को किसे आत्मनिर्भर बना सकते हैं इसकी जानकारी दी जाए. इसका संकेत साफ है कि सरकार अब हर मंत्रालय से चीन की कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखाने के प्लान पर काम कर रही है.
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चीन के कई प्रोजेक्ट रद्द
पहले रेलवे उसके बाद टेलीकॉम, सड़क मंत्रालय और अब बाकी मंत्रालय भी चीन की कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखाने वाले हैं. साथ ही अब मंत्रालय अपने आप को आत्मनिर्भर बनाने पर भी काम करने जा रहे है यानी सरकारी कामों में भारतीय कंपनियों को प्राथमिकता दी जाएगी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चीन की कंपनियां जिस सेक्टर में मजबूत हैं भारत अब उन सेक्टर्स में अपने आप को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा. विदेशी निवेश के लिए सिंगल विंडो सिस्टम को अमल में लाया जाएगा. भारत के इस प्लान का असर दिखने भी लगा है. भारत के कदम से बौखलाया चीन अब डब्ल्यूटीओ के ट्रेड एग्रीमेंट का हवाला दे रहा है.
Source : News Nation Bureau