कोरोना का कहर दुनियाभर में जारी है. बात करें एशिया की तो यहां भारत फिलहाल सबसे प्रभावित देश बना हुआ है. इंडियन पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन के विशेषज्ञों के मुताबिक दुनियाभर में हर रोज मिल रह नए मामलों में 30 फीसदी अकेले भारत में है. वहीं मौतो के आंकड़े भी 20 फीसदी अकेले भारत से ही हैं. बताया जा रहा है कि इन सब के बावजूद देश में कोरोना का चरम आना अभी बाकी है.
आइपीएचए और इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन (आइएपीएसएम) ने अप्रैल में सार्वजनिक स्वास्थ्य के विशेषज्ञों को मिलाकर एक टास्क फोर्स का गठन किया था. टास्क फोर्स का काम कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सरकार को उपाय सुझाना है. इसी टास्क फोर्स का कहना है कि भारत में कोरोनी मरीजों की ठीक होने की दर अच्छी है और मृत्यु दर में भी लगातार गिरावट आ रही है.
टास्क फोर्स ने अपने बयान में कहा है कि दूसरे देशों के मामलों को देखने से ये साफ होता है कि टेस्टिंग बढ़ाकर कोरोना से होने वाली मौतों को नहीं रोका जा सकता. जापान और श्री लंका जैसे देशों में कम जांच के साथ ही मृत्युदर भी बहुत कम है.
Source : News Nation Bureau