भारत और रूस के साझा उपक्रम बतौर विकसित की गई ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों को खरीदने वाला पहला देश बनेगा फिलिपींस. ब्रह्मोस के सौदे को अगले साल अंजाम तक पहुंचाया जा सकता है. इस अहम सौदेबाजी से अवगत सूत्र का कहना है कि फिलहाल ब्रह्मोस की कीमतों और उसकी अदायगी के तरीके को लेकर बातचीत चल रही है. गौरतलब है कि भारत अपनी सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस को अन्य देशों को बेचने के लिए बीते कई सालों से कई देशों से बातचीत कर रहा है.
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मोदी सरकार दूसरे देशों को बेचेगी रक्षा उपकरण
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार फिलिपींस की सेना ने भी गहन परीक्षणों के बाद ब्रह्मोस मिसाइल को ही चुना है. अब सारा खेल कीमतों और सौदेबाजी को किस तरह अंजाम दिया जाए, इस पर आकर टिक गया है. बताते हैं कि भारत फिलिपींस के अलावा थाईलैंड, इंडोनेशिया और वियतनाम समेत कई देशों से ब्रह्मोस की खरीद-फरोख्त की बात कर रही है. यह प्रयास भारत के उस प्रयासों का नतीजा है, जिसमें मोदी सरकार रक्षा क्षेत्र में भी दूसरे देशों के लिए हथियार बेचने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रही है.
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फिलिपींस रक्षा उपकरणों की कई खरीद कर चुका
इस सौदे की पूरी पेचीदगियों से वाकिफ सूत्र के मुताबिक क्रूज मिसाइल सिस्टम की कीमत ही तय करेंगी कि फिलिपींस कुल कितनी ब्रह्मोस मिसाइल खरीदता है. मनीला ब्रह्मोस के जरिये अक्टूबर में गठित देश की पहली जमीन केंद्रित मिसाइल सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाना चाहता है. भारत भी फिलिपींस को ब्रह्मोस मिसाइल बेचने का इच्छुक है. संभवतः इसी खातिर रक्षा खरीद के लिए भारत ने फिलिपींस को 100 मिलियन डॉलर की ऋण सीमा निर्धारित की है. फिलिपींस इसके पहले भारत से ही बुलेट प्रूफ जैकेट और अपने सैन्य वाहनों के लिए आर्मर प्लेटिंग की खरीद कर चुका है.
HIGHLIGHTS
- ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों को खरीदने वाला पहला देश बनेगा फिलिपींस.
- सौदे को अगले साल अंजाम तक पहुंचाया जा सकता है.
- थाईलैंड, इंडोनेशिया और वियतनाम से भी चल रही बात.
Source : News Nation Bureau