भारत अगले सप्ताह ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण करने की योजना बना रहा है. भारतीय वायुसेना और डीआरडीओ ब्रह्मोस का हवा से लॉन्च करने वाले वर्जन का परीक्षण कर सकता है. डीआरडीओ के द्वारा बनाया गया ब्रह्मोस मिसाइल का ये परीक्षण अगले कुछ दिनों में सुखोई लड़ाकू विमान से हो सकता है. भारतीय वायुसेना के सूत्रों ने बताया कि एयरफोर्स की योजना है कि 40 सुखोई-30MKI लड़ाकू विमानों में ब्रह्मोस मिसाइल फिट किया जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर लंबी दूरी से ही इसका इस्तेमाल दुश्मन के खिलाफ किया जा सके.
वायुसेना के सूत्रों के मुताबिक 290 किलोमीटर तक मार कर सकने में सक्षम ब्रह्मोस मिसाइल के एयर वर्जन का जल्द विकास करने के लिए वायुसेना पूरी कोशिश कर रही है. ये मिसाइल जमीन पर मौजूद टारगेट को ध्वस्त कर सकेगा.
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बालाकोट में वायुसेना ने ऐसा ही एयर स्ट्राइक किया था. इस मिसाइल का इस्तेमाल शुरू होने के बाद विमानों को दुश्मन की सीमा में जाने की जरूरत भी नहीं होगी. ब्रह्मोस मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद भारत बालाकोट जैसे एयर स्ट्राइक देश में बने हथियारों की मदद से ही कर सकने में सक्षम होगा.
बता दें कि पाकिस्तान के बालाकोट में मौजूद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर स्ट्राइक के लिए भारत ने इजरायल में बने स्पाइस-2000 बम का इस्तेमाल किया था. इसे मिराज फाइटर प्लेन से गिराया गया था.
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Source : News Nation Bureau