20 साल में आई प्राकृतिक आपदाओं से भारत को 79.5 अरब डॉलर (करीब 59 खरब रुपये) का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है. यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र ने अपनी एक रिपोर्ट में दी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 1998 से 2017 के बीच जलवायु परिवर्तन के चलते आनेवाली प्राकृतिक आपदाओं से सीधे होनेवाले आर्थिक नुकसान में 151 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इस दौरान वैश्विक अर्थव्यवस्था को 2,908 अरब डॉलर (करीब 2 लाख 15 हजार 933 अरब रुपये) का सीधा नुकसान हुआ है. बाढ़, तूफान और भूकंप से होनेवाले ज्यादा आर्थिक नुकसान में तीन यूरोपीय देश शीर्ष पर हैं. फ्रांस को 48.3 अरब डॉलर (करीब 3,581 अरब रुपये), जर्मनी को 57.9 अरब डॉलर (करीब 4,291 अरब रुपये) व इटली को 56.6 अरब डॉलर (करीब 4,195 अरब रुपये) का नुकसान हुआ है.
किस देश को कितना नुकसान
- अमेरिका को 944.8 अरब डॉलर (करीब 70 हजार 042 अरब रुपये)
- चीन को 492.2 अरब डॉलर (करीब 36 हजार 489 अरब रुपये),
- जापान को 376.3 अरब डॉलर (करीब 27 हजार 897 अरब रुपये)
- भारत को 79.5 अरब डॉलर (करीब 59 खरब रुपये)
- प्यूर्तो रिको को 71.7 अरब डॉलर (5,316 अरब रुपये)
जनहानि
सितंबर 2019
- बहामास: डोरियन तूफान का कहर
- एफे न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक की आधिकारिक गणना के अनुसार इस तूफान में कम से कम 50 लोगों की जान जा चुकी है.
- टेक्सास में तूफान ‘इमेल्डा’ से दो लोगों की मौत
- ऊष्णकटिबंधीय तूफान ‘इमेल्डा’ ने टेक्सास के हिस्सों में तबाही मचाई.
- इस तूफान की वजह से दो लोगों की मौत हो गई.
- बचावकर्मियों ने बारिश के पानी में फंसे कई लोगों को बाहर निकाला. इस तूफान ने दो साल पहले आए तूफान हार्वे की याद दिला दी.
अप्रैल 2019
नेपाल में बारिश और तूफान से 35 लोगों की मौत, 400 घायल
नेपाल में बारिश और भयंकर तूफान से 25 लोगों की मौत हुई
जुलाई 2019
भारत, बांग्लादेश, नेपाल और म्यांमार में बाढ़ से 600 की मौत, 2.5 करोड़ लोगों पर असर: संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि भारत, बांग्लादेश, नेपाल और म्यामां में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ से तकरीबन 600 लोगों की मौत हो गई और 2.5 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए.
मई 2019
ओडिशा में तीन मई को आए चक्रवाती तूफान फानी के कारण राज्य में करीब 70 लोगों ने जान गंवाई. तूफान के कारण 14 जिलों में कुल 1.64 करोड़ लोग प्रभावित हुए.
अक्टूबर 2019
बिहार राज्य में बाढ़ से अब तक 73 लोगों की मौत हो चुकी है
वहीं अमेरिका के कैलिफोर्निया के जंगल में भीषण आग से करीब 1,00,000 लोगों को रेस्क्यू करना पड़ा. आग में दर्जनों घर नष्ट हो गए. कैलिफोर्निया के जंगलों में हर साल सितंबर, अक्तूबर में आग की घटनाएं होती हैं, अब तक के इतिहास में पिछले साल सबसे भयावह आग लगी थी. इस साल जारी आग को भी बहुत तबाही मचाने वाला माना जा रहा है.
अमेजन वर्षा वन में अब तक नहीं बुझी है आग
अमेजन वर्षा वन में लगी आग दो माह से अधिक समय बीतने पर भी नहीं बुझी है. दक्षिणी अमेरिका के 1.4 अरब एकड़ क्षेत्र वाले ये वर्षावन ब्राजील समेत नौ देशों में फैले हैं. इसका 60 फीसदी हिस्सा ब्राजील में है, यहां से ही जंगलों में बड़ी तादाद में आग लगने की शुरूआत हुई थी. अमेजन बेसिन में आने वाले सात देशों तक यह आग फैल चुकी है. ये सभी देश संयुक्त रूप से आग बुझाने के लिए कार्यक्रम चला रहे हैं लेकिन फिलहाल ये कोशिशें आग बुझाने में नाकाम हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो