धोखेबाज चीन एक बार फिर अपने वादे से मुकर गया है. फिगर point-4 और 5 से चीन की सेना पीछे नहीं हट रही. इसलिए भारत ने चीन का लॉग टर्म इलाज करने का मन बना लिया है. Border Roads Organisation(BRO) चीन से सटी सीमा पर सड़कों का जाल बिछा रहा है, जिससे ट्रूप को आसानी से LAC तक पहुंचाया जा सकता है. लेकिन पहाड़ी इलाको में अभी सड़कों का जाल पहुंचना बाकी है इसलिए वहां एयरफ़ोर्स की मदद ली जाती है.
चीन (China) से तनातनी के बीच उत्तराखंड में 3 एडवांस लैंडिंग ग्राउंड को विकसित करने की बात सामने आ रही है, जिसको सरकार हरी झंडी मिल चुकी है. ये तीनों की लैंडिंग ग्राउंड चीन की सीमा से बेहद नजदीक होंगे.
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पहला लैंडिंग ग्राउंड चमोली जिले के गोचर में बनाया जा रहा है. दूसरा पिथौरागढ़ के चौखुटिया में जबकि तीसरी एयर स्ट्रिप जो पहले से मौजूद है उत्तरकाशी में चिन्यालीसौड़. अब इंडियन एयरफोर्स इस एयर स्ट्रिप पर भारी फाइटर जेट उतराने की तैयारी में है.
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सामरिक और रणनीतिक लिहाज से देखा जाए तो ये तीनों एडवांस लैंडिंग ग्राउंड एयर फोर्स के लिए बहुत कारगर साबित होंगे, इस एरिया में चीन की हिमाकत का माकूल जवाब देने के भारत के जेट यहां से पलक झपकते ही उड़ान भर सकेंगे.