भारत में कोरोना की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. कुल मामलों का आंकड़ा 8 लाख के पार पहुंच गया है जबकि कई लोगों की मौत हो गई है. ऐसे में अब बताया जा रहा है कि अगले साल तक इसकी स्थिति और भी खराब हो सकती है. एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि साल 2021 की फरवरी तक भारत में कोरोना के हर दिन 2.87 लाख मामले सामने आ सकते हैं. फिलहाल हर दिन कोरोना के लगभग 15 से 20 हजार मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन Massachusetts Institute of Technology (MIT) की तरफ से की गई स्टडी के मुताबिक साल 2021 की फरवरी तक हर साल 2.98 लाख मामले आ सकते हैं.
यह भी पढ़ें: सेना के 33 जवान कोरोना पॉजिटिव, सम्पर्क में आए सभी लोगों की जांच शुरू
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह स्टडी 84 देशों से उपल्ब्ध हुए डाटा के आधार पर की गई है. इस स्टडी में ये भी बताया गया है कि 2021 के मार्च से मई महीने तक दुनियाभर में कोरोना के 20 से 60 करोड़ मामले सामने आ जाएंगे. इसमें बताया गया है कि अगले साल तक भारत कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश बन जाएगा. इसके बाद अमेरिका जहां हर दिन 95 हजार मामले, फिर दक्षिण अफ्रीका जहां 21 हजार मामले और फिर इरान आएगा जहां हर दिन 17 हजार मामले आएंगे.
यह भी पढ़ें: लापरवाही की हद है... ठाणे में दूसरे परिवार को सौंप दिया कोविड-19 मरीज का शव
वहीं दूसरी ओर कोविड-19 (Covid-19) के मामलों में बढ़ोतरी के बीच सरकार ने मंगलवार को कहा कि देश में प्रति दस लाख की आबादी पर कोरोना वायरस से संक्रमण और मृत्यु दर पूरी दुनिया में सबसे कम है. भारत में कोविड-19 के 22,252 नए मामले सामने आने के बाद मंगलवार को देश में संक्रमण के मामले बढ़कर सात लाख 19 हजार 665 हो गए. महज पांच दिन में ही संक्रमण के मामले छह लाख से सात लाख हो गए हैं. वहीं इस महामारी से पिछले 24 घंटे में 467 लोगों की मौत के साथ जान गंवाने वालों की संख्या भी 20,160 हो गई है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी.
मंत्रालय ने छह जुलाई को जारी ‘डब्ल्यूएचओ स्थिति रिपोर्ट-168’ का जिक्र करते हुए कहा कि भारत में कोविड-19 के मामले प्रति दस लाख की आबादी पर 505.37 है जबकि वैश्विक औसत 1453.25 है. देश में संक्रमण के मामले एक लाख होने में 110 दिन लगे थे और केवल 49 दिन में ही ये सात लाख के पार पहुंच गए. मंत्रालय ने बताया कि लगातार पांचवें दिन देश में 20,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं.