करतापुर कॉरिडोर (Kartarpur corrido) को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) एक फिर नापाक साजिश रच रहा है. कॉरिडोर का उद्घाटन पाकिस्तान 9 नवंबर को करने वाला है. करतारपुर साहिब गुरुद्वारे जाने के लिए भारतीय श्रद्धालु इस कॉरिडोर का इस्तेमाल करेंगे, लेकिन पाकिस्तान भले ही करतापुर कॉरिडोर भारतीयों के लिए खोलने की बात कह रहा हो, लेकिन इसके लिए 20 डॉलर फीस वसूलने पर अड़ा हुआ है, जिसका भारत लगातार विरोध कर रहा है. वहीं, पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर पर 24 अक्टूबर को होने वाल समझौते पर सहमति जता दी है.
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एमईए के अनुसार, तीर्थयात्रियों के लिए करतापुर कॉरिडोर 12 नवंबर से पहले खुलने की उम्मीद है. पाकिस्तान तीर्थयात्रियों से 20 डॉलर फीस वसूलना चाहता है, जिसका भारत विरोध कर रहा है. सिख तीर्थयात्रियों को देखते हुए भारत गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के लिए फ्री वीजा की मांग कर रहा है. इसे लेकर दोनों देशों के बीच 24 अक्टूबर को एक समझौता पर हस्ताक्षर भी होगा.
वहीं, पाकिस्तान ने सेवा शुल्क पर पुनर्विचार करने की मांग की है, लेकिन भारत इस पर तैयार नहीं है. इसे लेकर दोनों देशों की बीच 24 अक्टूबर को एक बैठक भी होगी. इसके बाद तय होगा कि पाकिस्तान की मांग को भारत को मानता है या ठुकरा देता है. हालांकि, भारत भी अपने जिद पर अड़ा है कि पाकिस्तान तीर्थयात्रियों पर कोई सेवा शुल्क न लगाए.
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बता दें कि करतापुर कॉरिडोर करतारपुर के दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक धर्मस्थल से जोड़ेगा. इससे भारतीय श्रद्धालु वीजा मुक्त आवाजाही कर पाएंगे. श्रद्धालुओं को करतारपुर साहिब जाने के लिए बस एक परमिट लेना होगा.