रूस चीन सहित छह देशों की बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर कहा गया है कि वैश्विक और क्षेत्रीय शांति व स्थिरता के लिय कश्मीर मुद्दे का शांतिपूर्ण हल निकाले जाने की ज़रूरत है, जो संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के अनुसार हो।
डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान, चीन, ईरान, रूस, तुर्की और मेजबान पाकिस्तान की संसदों के स्पीकर ने इस्लामाबाद में दो दिवसीय मीटिंग आयोजित की।
शीर्ष सांसदों द्वारा हस्ताक्षर किए गए घोषणापत्र में लिखा है कि, 'हम इस बात से सहमत हैं कि वैश्विक और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए, जम्मू-कश्मीर के मुद्दे का शांतिपूर्ण हल पाकिस्तान और भारत द्वारा निकाले जाने की ज़रूरत है जो संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के तहत हो।'
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि रूसी प्रतिनिधिमंडल ने कश्मीर मुद्दे को शामिल किये जाने पर आपत्ति जताई थी और रूस के इस कदम का ईरान और अफगानिस्तान ने भी समर्थन किया।
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ईरान के सूत्रों का दावा है कि प्रस्ताव में कश्मीर से संबंधित हिस्से की भाषा पर आपत्ति जताई थी।
हालांकि, पाकिस्तानी ने कहा कि रूस, ईरान और तुर्की के अपने राजनीतिक हित शामिल थे जैसे इराक और सीरिया का मध्य-पूर्व और अलकायदा। उसी तरह तुर्की में हुई असफल तख्तापलट की कोशिश। ऐसे में पाकिस्तान का कश्मीर मुद्दे को छोड़ना असंभव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगानिस्तान को इस मुद्दे पर समझा पाना काफी मुश्किल हुआ था।
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Source : News Nation Bureau