सिंधु जल मामले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच आधिकारिक मुलाकात अगले हफ्ते इस्लामाबाद में होगी। पाकिस्तान की इमरान सरकार के साथ होने वाली पहली आधिकारिक मुलाकात में दोनों देशों के स्थायी सिंधु आयोग (पीआईसी) के अधिकारी शामिल होंगे और सिंधु जल मामले पर बात करेंगे। भारतीय अधिकारियों के अनुसार यह मुलाकात 'सिंधु जल समझौते' को लेकर काफी अहम मानी जा रही है।
यह बैठक 29-30 अगस्त को लाहौर में संपन्न होगी। भारत की ओर से सिंधु जल आयुक्त पीके सक्सेना की अध्यक्षता में 9 सदस्यीय दल पाकिस्तान के कार्यकारी सिंधु जल आयुक्त सैयद मेहर अली शाह से मुलाकात कर इस पर चर्चा करेंगें।
Permanent Indus Water Commission scheduled to meet on 29-30 August in Lahore. 9 member delegation from India to be lead by Indus Water Commissioner PK Saxena and from Pakistan the Acting Commissioner for Indus Waters, Syed Mehr Ali Shah: Pakistan Media
— ANI (@ANI) August 27, 2018
गौरतलब है कि यह बैठक इमरान खान के पीएम पद संभालने के ठीक एक हफ्ते बाद हो रही है। इमरान खान के नेतृत्व में पाकिस्तान भारत से बातचीत के सिलसिले को आगे बढ़ाने की बात कह चुका है, हालांकि भारत इस मामले पर पूरी सावधानी बरत रहा है।
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भारत यह बात कई बार साफ कर चुका है कि जब तक पाकिस्तान आतंकी समूहों पर लगाम लगाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं करता तब तक कोई व्यापक बातचीत संभव नहीं है।
इससे पहले सीमा पर बढ़ते तनाव और आतंकवादी हमलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल कहा था कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते, जिसके बाद से ही दोनों देशों के इस संधि पर सवाल उठने लगे थे।
वहीं भारत में संधि के तहत नदियों से मिलने वाले पानी की पूरी क्षमता का इस्तेमाल करने का फैसला किया गया था। विश्व बैंक का कहना है कि हमने दोनों देशों के बीच विवाद के समाधान के लिए काम किया है।
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क्या होगा मुलाकात में?
सिंधु जल समझौते के तहत होने वाली इस मुलाकात में दोनों देशों के अधिकारियों को साल में एक बार मिलना होता है, हालांकि यह मुलाकात इस साल में होने वाली दूसरी मीटिंग है। इससे पहले यह बैठक मार्च में नई दिल्ली में हुई थी।
बैठक में पाकिस्तान ने 850 मेगावॉट के हायड्रॉलेक्ट्रिक प्रॉजेक्ट, 1000 मेगावॉट के पकल दुल प्रॉजेक्ट, लोअर कलनाई प्रॉजेक्ट, जो चेनाब नदी पर बनाए जा रहे हैं। भारत ने इसे समझौते का उल्लंघन बताया था।
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आखिर क्या है पीआईसी?
पर्मानेंट इंडस कमीशन (पीआईसी) में दोनों देशों के अधिकारी शामिल हैं जो कि हर साल मुलाकात करते हैं। हर साल दोनों देशों के बीच होने वाली यह बैठक 1960 के सिंधु जल समझौते का हिस्सा है। समझौते में सिंधु समेत सतलुज, ब्यास, रावी, झेलम और चेनाब नदी का जिक्र है।
इसके तहत भारत को सिंधु, झेलम और चेनाब नदी का पानी पाकिस्तान को देना होता है।
Source : News Nation Bureau