भारत ने बुधवार को दो पाकिस्तानी नागिरकों को रिहा कर दिया, जिसमें 21 वर्षीय एक युवक भी है, जिसका कहना था कि वह अभिनेता शाहरुख खान से मिलने के लिए भारतीय सीमा में घुस आया था. अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग ने आपातकाल यात्रा सर्टिफिकेट जारी किया, जिसके आधार पर अब्दुल्ला और मोहम्मद इमरान कुरैशी वारसी को अटारी-वाघा सीमा के जरिए पाकिस्तान भेजा गया.
अब्दुल्ला को 2017 में अटारी से बिना दस्तावेज के सीमा पार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. वहीं वारसी 'धोखाधड़ी एवं जासूसी' के आरोप में करीब 10 साल से भोपाल की जेल में सजा काट रहा था.
अब्दुल्ला ने बताया कि वह सीमा पर रिट्रीट समारोह देखने आया था और समारोह के बाद जीरो लाइन पार कर के भारतीय क्षेत्र में आ गया. उसने बीएसएफ के अधिकारियों को बताया था कि वह शाहरुख खान से मिलना चाहता है.
अब्दुल्ला ने पाकिस्तान भेजे जाने से पहले कहा, 'भारत आकर शाहरुख खान से मिलना मेरे बचपन का सपना था. हालांकि मेरा यह सपना पूरा नहीं हो पाया. मैं दोबारा आऊंगा और अभिनेता से मिलूंगा.'
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वहीं वारसी उचित दस्तावेजों के साथ कोलकाता में अपने रिश्तेदारों से मिलने आया था. वह देश में वीजा की समय-सीमा समाप्त होने के बाद भी चार साल तक रहा. उसने कथित तौर पर भारतीय राशन कार्ड और अन्य दस्तावेज भी बनवा लिए थे.
अटारी सीमा पर एक अधिकारी ने बताया कि वारसी को 2008 में भोपाल में जाने के दौरान गिरफ्तार किया गया. वह वहां पासपोर्ट लेने जा रहा था. वारसी की पत्नी कोलकाता में रहने वाली भारतीय नागरिक है और उसके दो बच्चे भी हैं. यह शादी 2003 में हुई थी.
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गौरतलब है कि हाल ही में मुंबई के हामिद नेहाल अंसारी को 6 साल बाद पाकिस्तान ने रिहा कर दिया था. जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी जेल में करीब छह साल बिताने के बाद रिहा किए गए पेशे से इंजीनियर हामिद वाघा बॉर्डर पर जमीन को चूमकर भारत आए थे.
Source : News Nation Bureau