भारत-रूस के बीच वार्षिक सम्मेलन इस बार नहीं हो रहा है. दो दशक में पहली बार ऐसा हुआ है. भारत और रूस के बीच साल 2000 से वार्षिक सम्मेलन होता आया है. वार्षिक सम्मेलन रद्द होने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि यह भविष्य के लिए घातक साबित हो सकता है.
राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा,'रूस भारत का बहुत महत्वपूर्ण दोस्त है. हमारे पारंपरिक रिश्तों को नुकसान पहुंचाना हमारे भविष्य के लिए अदूरदर्शी और घातक होगा.'
वहीं, विदेश मंत्रालय ने इस सम्मेलन के रद्द होने के पीछे कोविड-19 का हवाला दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारत-रूस के बीच वार्षिक सम्मेलन 2020 इस बार नहीं होगा. कोविड-19 महामारी की वजह से यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि यह दोनों सरकारों के बीच आपसी सहमति से लिया गया फैसला है. कोई भी अन्य प्रतिरूपण गलत और भ्रामक है. महत्वपूर्ण संबंधों में झूठी स्टोरी चलाना खासकर गैर-जिम्मेदाराना भी है.
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बता दें कि भारत और रूस के बीच वार्षिक सम्मेलन साल 2000 से ही होता आ रहा है, जब भारत-रुस सामरिक साझेदारी घोषणा पर दोनों पक्षों की तरफ से दस्तखत किए गए थे. ये सामरिक साझेदारी को लेकर सर्वोच्च संस्थागत संवाद तंत्र है.
Source : News Nation Bureau