डोकलाम गतिरोध को सुलझाने को लेकर अपनी पीठ ठोंकते हुए चीन ने भारत की तरफ से सीमा पर बढ़ाई गई चौकसी पर ऐतराज जताया है। चीन ने सलाह दी है कि भारत को अपनी सेना पर नियंत्रण रखना चाहिये। साथ ही कहा है कि सीमा पर शांति एवं स्थिरता बरकरार रखने के लिए तय समझौतों का पालन करना चाहिए।
चीनी सेना के प्रवक्ता ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मिलिटरी समझौतों में डोकलाम में हुए गतिरोध और उसके हल को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि इस साल चीनी सेना ने राष्ट्रीय सुरक्षा के हितों और संप्रभुता की रक्षा बेहतर तरीके से की।
रेन ने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि भारत दोनों देशों के बीच हुए सीमा समझौतों को बेहतर तरीके से लागू करेगा और सीमा सुरक्षा बल को सख्ती से नियंत्रण में रखेगा। ताकि भारत-चीन के बीच सैन्य सहयोग सकारात्मक तरीके से बढ़ सके।'
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'भारत-चीन सीमा पर डोकलाम जैसे मसले को चीनी सेना ने बेहतर तरीके से सुलझाया। इसके अलावा चीनी सेना ने दक्षिण चीन सागर में चीन के अधिकार और हितों की सुरक्षा की।'
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सिक्किम, चीन और भूटान की सीमा पर स्थित डोकलाम पठार पर चीनी सेना ने रोड बनाने का काम शुरू कर दिया था। जिसे भारतीय सेना ने रोक दिया था। भारतीय सेना की कार्रवाई से दोनों देशों की सेनाओं के बीच गतिरोध पैदा हो गया था।
डोकलाम पर भूटान और चीन दोनों दावा करते हैं। भारत की आपत्ति थी कि सड़क बनाने से उत्तर-पूर्व और शेष भारत को जोड़ने वाली पट्टी को खतरा हो सकता है।
डोकलाम को लेकर दोनों देशों के बीच हुआ गतिरोध 28 अगस्त को खत्म हुआ। दोनों देशों के बीच 3,488 किलोमीटर की सीमा लगती है कई जगहों पर दोनों देशों के बीच इसको लेकर विवाद है।
हाल ही में एक भारतीय ड्रोन चीन की सीमा में क्रैश कर गया था। जिस पर चीन ने कड़ी आपत्ति जताई थी। हालांकि भारत ने कहा था कि ड्रोन अनियंत्रित होकर चीन की सीमा में चला गया था और क्षतिग्रस्त हो गया था।
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Source : News Nation Bureau