भारत-नेपाल के बीच रेल कनेक्टिविटी को लेकर दिल्ली में अहम बैठक हुई. इस बैठक में जयनगर कुर्था सेक्शन पर पैसेंजर ट्रेन सर्विस शुरू करने के लिए एसओपी साइन किया गया. साथ ही रक्सौल काठमांडू के बीच ब्रॉड गेज रेल लाइन बिछाने के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे को शुरू करने के लिए मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर दोनों देशों ने हस्ताक्षर किए. इस हाई प्रोफाइल बैठक में जयनगर-बिजलपुरा-बर्डीबस और जोगबनी- विराटनगर ब्रॉड गेज लाइन की भी समीक्षा की गई. जयनगर और कुर्था के बीच 34 किमी का रेल रुट है, जो भारत नेपाल को बिहार की सीमा पर जोड़ता है. इस रूट पर काम पूरा होने के बाद तकनीकी पहलुओं पर भी चर्चा हुई, ताकि इस रूट को जल्द से जल्द शुरू किया जा सके.
नेपाल की तरफ से भी यह भरोसा दिया गया कि रेल आपरेशन को जल्द शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. कुर्था से बिलाजपुरा के बीच 17.25 किमी का रेल रुट है, जिस पर काम अभी तेज गति से करना होगा ताकि यह रुट भी जल्द से जल्द पूरा हो. नेपाल ने इस रूट पर भी काम में तेजी लाने का भरोसा दिया. 18.6 किमी लंबे जोगबनी विराटनगर रेल रुट को लेकर भी इस बैठक में चर्चा हुई और काम मे तेजी लाकर इसे भी जल्द ऑपेरशनल बनाने का निर्णय लिया गया. भारत की तरफ से नेपाल को यह आश्वासत किया गया कि लोजिस्टिक और टेक्निकल सपोर्ट में कोई कमी नहीं रहेगी.
बैठक में भारत की ओर से जॉइंट वर्किंग ग्रुप में रेल मंत्रालय से ट्रैफिक और फ्रेट ट्रासंपोर्ट के एग्जेक्युटिव डायरेक्टर डॉ. मनोज सिंह और विदेश मंत्रालय से जॉइंट सेक्रेटरी अनुराग भूषण तो वहीं नेपाल की तरफ से जॉइंट सेक्रेटरी फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रासंपोर्ट केशव कुमार शर्मा मौजूद रहे.
Source : Madhurendra Kumar