भारत आर्थिक वृद्धि में चीन को पछाड़ देगा और नंबर वन बन जाएगा, क्योंकि भारत बड़ी तेजी से आर्थिक विकास कर रहा है. वैश्विक स्तर पर अनुमान और आंकड़ों के विश्लेषण करने वाला संस्थान आक्सफोर्ड एकोनोमिक्स की रिपोर्ट ने अनुसार, भारत अगले दशक 2019-28 में औसतन 6.5 फीसदी सालाना आर्थिक विकास दर हासिल कर सकता है और चीन फिसलकर नंबर चौथे नंबर पर पहुंच जाएगा. अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के विश्व आर्थिक परिदृश्य के अनुसार, भारत का विकास दर 2019 में 7.5 फीसदी और 2020 में 7.7 फीसदी रह सकता है, वहीं चीन का ग्रोथ 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
एमर्जिंग मार्केट्स सस्टेंड ग्रोथ इन ईएम कॉल्स फार थ्रिफ्ट एंड इनोवेशन हेडलाइन से जारी रिपोर्ट के अनुसार, आर्थिक विकास दर की वृद्धि में भारत पहले, फिलीपींस (5.3 फीसदी) दूसरे और इंडोनेशिया (5.1 फीसदी) तीसरे स्थान पर रहेगा और चीन का चौथे स्थान पर रहने के अनुमान है. चीन की आर्थिक वृद्धि दर 2019-28 में औसतन 5.1 फीसदी रहने का अनुमान है. बता दें कि इस रिपोर्ट को अर्थशास्त्री लुइस कुज्स ने तैयार की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि लगातार तेज विकास दर हासिल करने वाले उभरते बाजारों को दो चीजें अलग करती हैं. फर्स्ट- तेज पूंजी संचय : मुख्य रूप से घरेलू वित्त पोषित और साधन उत्पादक में मजबूत बढ़ोतरी. आने वाले दशकों में एक रफ्तार से तेज आर्थिक वृद्धि हासिल करने के लिए उभरते बाजारों (ईएम) को ठोस बचत की जरूरत होगी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि उच्च मध्यम आय वाले देशों को प्रौद्योगिकी के मामले में आगे बढ़ने की जरूरत है. देश को रिसर्च को मजबूत करने के लिए कंपनियों को उत्साहित कर विकास में भागीदारी करने की जरूरत होगी. साथ ही उभरती अर्थव्यवस्थाओं में तेजी से आर्थिक वृद्धि दर के लिए बचत की जरूरत है. ऑक्सफोर्ड की इस रिपोर्ट में विशेष रूप से मध्यम आय वाले देशों के लिए नवप्रवर्तन और अनुसंधान एवं विकास के जरिये साधन उत्पादन वृद्धि पर जोर दिया गया है.
Source : News Nation Bureau