केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को डीआरडीओ भवन में 'आजादी का अमृत महोत्सव' से संबंधित रक्षा मंत्रालय के विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत की. इस मौके पर रक्षा मंत्री ने कहा, '75 साल पहले हम आजादी के लिए संघर्ष कर रहे थे, आज आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. ये सौभाग्य का क्षण है. 75 साल पहले हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने आवश्यकता पड़ने पर पहाड़ों में शरण ली आज हम उन्हीं पहाड़ों पर पर्वत अभियान कर रहे हैं.' इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के जश्न से जुड़े कई कार्यक्रमों की शुरुआत की.
हर चुनौती का जवाब देने सेना के तीनों अंग तैयार
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे कहा, 'हम शस्त्रों के सबसे बड़े आयातक जाने जाते थे. अब भारत शस्त्रों का नंबर एक आयातक नहीं रहा. भारत को हम आत्मनिर्भर बनाएंगे. इस दिशा में प्रयास चल रहे हैं. हम भारत को आयातक नहीं दुनिया का निर्यातक देश बनाना चाहते हैं.' रक्षा मंत्री ने कहा, 'रक्षा मंत्रालय के द्वारा ये कार्यक्रम आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित किए गए हैं. इसमें सभी विभागों का सम्मिलित प्रयास है. राष्ट्रीय चेतना और राष्ट्रीय स्वाभिमान की भावना मनुष्य के हृदय की सबसे बलवती भावना होती है. राष्ट्रीय स्वाभिमान को दुनिया की कोई ताकत चुनौती देती है, तो उसका मुकाबला करने के लिए हमारे तीनों सेना के जवान तैयार हो जाते हैं और मुंहतोड़ जवाब देते हैं.'
सेना के पर्वतीय अभियान की शुरुआत
रक्षा मंत्री ने आज भारतीय सेना की टीम के पर्वतीय अभियान को हरी झंडी दिखाई. इस मौके पर मौजूद चीफ ऑफ डिफेंस जनरल बिपिन रावत ने कहा, 'मैं यकीन के साथ कह सकता हूं कि आने वाले सालों में हम जिस तरह से अपने सैनिक कार्रवाई की प्रक्रिया में बदलाव लाने जा रहे हैं इससे हमारी शक्ति और बढ़ेगी. सशस्त्र बल किसी भी काम को अधूरा नहीं छोड़ेंगे. चुनौतियां अभी भी बाकी हैं.' सीमा सड़क संगठन की 75 टीमों को दूरदराज सीमाओं में बसे 75 स्थानों पर 15 अगस्त को झंडारोहण के लिए रवाना किया जाएगा. रक्षा मंत्रालय के अधीन सशस्त्र बल और विभिन्न संगठन भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं जिसे 'आजादी का अमृत महोत्सव' के रूप में मनाया जा रहा है.
75 पहाड़ी मार्गों-स्थानों पर लहराएगा राष्ट्रीय ध्वज
बीआरओ देश के 75 महत्वपूर्ण पहाड़ी मार्गों और अन्य स्थानों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर सीमा के बुनियादी ढांचे के विकास में अपने संकल्प को प्रदर्शित करेगा. बीआरओ की 75 टीमें आज इन सुदूर पहाड़ी मार्गों के लिए रवाना होंगी. इसमें पूर्वी लद्दाख का 'उमलिंगला दर्रा' काफी अहम है. मित्र देशों के अलावा पूर्वोत्तर में अटल सुरंग, रोहतांग और ढोला सादिया ब्रिज जैसे प्रमुख जगहों पर भी राष्ट्रीय तिरंगा फहराया जाएगा.
HIGHLIGHTS
- आज देश हथियारों का नंबर एक आयातक नहीं रहा
- भारतीय सेना दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम
- आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर शुरू किए कई कार्यक्रम