भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने कहा है कि दिसंबर तक भारत के पास लगभग 257 करोड़ वैक्सीन की डोज होंगी. सभी को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने के लिए देश पूरी तरह तैयार है. भाजपा का एक एक कार्यकर्ता भी इस महाअभियान में पूरी ताकत के साथ लगेगा और भारत को वैक्सीन युक्त और कोरोना मुक्त करके हटेगा. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि कुछ नेता आजकल ट्विटर पर दिखते हैं, कुछ लोग प्रेस कांफ्रेंस पर दिखते हैं, कुछ प्रेस रिलीज पर ही अपना चेहरा दिखाते हैं. कोरोना काल में सभी राजनीतिक पार्टियां क्वारंटीन हो गई हैं, लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता अपनी जान को जोखिम में डालकर लोगों की सेवा में लगे हैं.
जेपी नड्डा ने कहा कि जिन नेताओं ने पहले टीके को लेकर शंका व्यक्त की थी, वो आज टीका लगवा रहे हैं. मैं पूछना चाहता हूं कि क्या उनका मन बदला, दिल बदला या आत्मा बदली. इस पवित्र काम में भी राजनीति करने से इन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी. वैक्सीन पर बहुत राजनीति हुई है.
विपक्ष के नेताओं ने पहले वैक्सीन लगाने में शंका व्यक्त की थी. गलत बयान देकर भारत के इस महाअभियान पर रुकावट डालने का प्रयास किया गया. इसके बावजूद देश की 130 करोड़ जनता, प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर टीकाकरण के लिए आगे आई है.
वहीं, देश में पहले ही दिन वैक्सीनेशन का रिकॉर्ड कायम किया है. सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार आज कोरोना वैक्सीन की 81 लाख डोज लगाई गई हैं. इतनी संख्या में हुए वैक्सीनेशन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताई है. पीएम मोदी ने हेल्थ वर्कर्स का उत्वाह बढ़ाते हुए ट्वीट कर वेल डन कहा है. आपको बता दें कि केंद्र सरकार आज से देश के हर नागरिक को मुफ्त वैक्सीन लगवाा रही है.
COVID-19 से लड़ने के लिए वैक्सीन हमारा सबसे मजबूत हथियार
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि आज की रिकॉर्ड तोड़ टीकाकरण संख्या प्रसन्न करने वाली है. COVID-19 से लड़ने के लिए वैक्सीन हमारा सबसे मजबूत हथियार बना हुआ है. उन सभी को बधाई जिनको टीका लगाया गया और सभी फ्रंट लाइन वर्कर्स को भी बधाई जो यह इतने सारे नागरिकों को टीका लगाना सुनिश्चित कर रहे हैं. दरअसल, बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों के लिए फ्री वैक्सीनेशन की घोषणा की थी. जबकि आज इंटरनेशनल योगा डे के दिन वैक्सीनेशन को गति दे दी गई है. यही वजह है कि केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन के कुछ उत्पादन में से 75 प्रतिशत हिस्सा खुद खरीदने का निर्णय लिया है, जबकि 25 प्रतिशत भाग निजी संस्थानों द्वारा खरीदा जाएगा.
Source : IANS