कुलभूषण जाधव को कॉन्सुलर एक्सेस देने के पाकिस्तान के प्रस्ताव को भारत ने स्वीकार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक भारत के डिप्टी कमीश्नर गौरव आहलूवालिया कुलभूषण जाधव से मुलाकात करेंगे. सरकारी सूत्रों ने कहा, हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान सही माहौल सुनिश्चित करेगा, ताकि बैठक स्वतंत्र, निष्पक्ष, सार्थक और आईसीजे के आदेशों के अनुरूप हो.
Govt Sources: India's Charge d'affaires Gaurav Ahluwalia, will be meeting #KulbhushanJadhav. We hope that Pakistan will ensure right atmosphere so that the meeting is free, fair, meaningful and effective in keeping with the letter and spirit of the ICJ's orders. https://t.co/O8fJTjJ8S9
— ANI (@ANI) September 2, 2019
कुलभूषण जाधव को कॉन्सुलर एक्सेस अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत दिया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सोमवार दोपहर 12 बजे कुलभूषण जाधव को सिर्फ दो घंटे के लिए ये एक्सेस मिलेगा. दरअसल इस मामले में पाकिस्तान ने पहले भी भारत को इसका ऑफर दिया था, लेकिन इसमें उन्होंने कुछ शर्ते जोड़ दी थी जिनको भारत मानने के लिए तैयार नहीं था. ऐसे में माना रविवार को एक बार फिर जानकारी मिली की पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को कॉन्सुलर एक्सेस देने का ऑफर दिया है जिसे भारत ने स्वीकार कर लिया. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की किसी शर्त को माने बगैर भारत ने ये ऑफर स्वीकार किया है.
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बता दें कि पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को 3 मार्च 2016 को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि जाधव रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के एजेंट हैं, जबकि वह कानूनी तौर पर ईरान में अपना व्यापार करते थे. पाकिस्तान ने 25 मार्च 2016 को प्रेस रिलीज के जरिए भारतीय अफसरों को कुलभूषण जाधव की गिरफ्तारी के बारे में बताया था.
इसके बाद भारत ने इस मामले में आईसीजे में उठाया. सुनवाई के बाद आईसीजे ने भारत के पक्ष में फैसला सुनाया था. अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (आईसीजे) के 16 में 15 जजों में भारत के पक्ष में फैसला सुनाया है. आईसीजे ने पाकिस्तान को कुलभूषण की फांसी की सजा पर फिर से विचार करने और कॉन्सुलर एक्सेस देने को कहा है. पहले तो पाकिस्तान ने कहा था कि वह कुलभूषण जाधव को कॉन्सुलर एक्सेस देगा, लेकिन वह बार-बार इससे पलटता रहा. इसके बाद उसने कुलभूषण जाधव को कॉन्सुलर एक्सेस देने का ऑफर दिया लेकिन शर्त के साथ. भारत ने पाकिस्तान की शर्त का विरोध किया जिसके बाद रविवार को पाकिस्तान ने फिर कॉन्सुलर एक्सेस का ऑफर दिया. अब सोमवार को बताया जा रहा है कि भारत के डिप्टी कमीश्नर गौरव आहलूवालिया कुलभूषण जाधव से मुलाकात करेंगे.
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क्या थी पाकिस्तान की शर्त?
पाकिस्तान की ओर से शर्त दी गई थी कि जब भारतीय राजनयिक उससे मुलाकात करेंगे तब पाकिस्तान का एक अधिकारी भी उस दौरान मौजूद होगा, हालांकि भारत को ये बात मंजूर नहीं थी. इसलिए ये प्रस्ताव काफी समय से लटका हुआ था.
क्या होता है कॉन्सुलर एक्सेस?
अगर किसी देश का नागरिक दूसरे देश की जेल में बंद हो तो दोनों देशों की सहमति के साथ उस देश का राजदूत जेल में बंद नागरिक से मिल सकता है. इसी राजदूत को कॉन्सुलर एक्सेस कहा जाता है. इस मुलाकात के दौरान केदी के साथ जेल में कैसा बर्ताव हो रहा है जैसे सवाल पूछ सकता है.