भारतीय वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने बुधवार को एक कार्यक्रम में मीडिया से बातचीत में कहा कि भारतीय वायुसेना किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए अपने आप को हर समय तैयार रखती है. वायुसेना अपना 86वा स्थापना दिवस मना रही है और इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख ने कहा कि वर्तमान समय मे कई चैलेंज है वायु सेना के सामने लेकिन हर चुनौती से हम निपटने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि रफाल के वायु सेना में शामिल होने से वायु सेना की ताकत बढ़ेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम मेक इन इंडिया को भी प्रमोट कर रहे हैं. और इसके लिए वायु सेना लगातार काम कर रही है जिससे विदेश से मंगाए जाने वाले हथियारों पर हमारी निर्भरता कम हो.
धनोआ का कहना है कि वर्तमान समय जो फाइटर प्लेन हैं, जिन्हें अपग्रेड करने की जरूरत है वो भी भारतीय वायु सेना कर रही है. केरल, हिमाचल और मिजोरम में जो प्राकृतिक आपदा आई वहां भी भारतीय वायु सेना ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और लोगों की जान बचाई है. भारतीय वायुसेना लगातार प्रयास कर रही है कि तकनीक की मदद से जो हादसे होते हैं उन्हें रोका जाए. इसके लिए हम लगातार सेना नेवी और कोस्ट गार्ड की भी मदद ले रहे हैं.
धनोआ का दावा है कि एयर फोर्स मेल और फीमेल में कोई भी भेदभाव नहीं करती और हमने फीमेल के लिए परमानेंट कमीशन दिया है. वायुसेना प्रमुख ने कहा कि सरकार की तरफ से रफाल डील में एयर फोर्स को पूरी जानकारी दी गई थी.
धनोआ का कहना है कि इमरजेंसी में भारतीय वायु सेना को 2 स्क्वाड्रन की जरूरत थी. पाकिस्तान की तैयारियों देखते हुए भारत को तैयारी करनी थी. धनोआ ने बताया कि पाकिस्तान ने भी नए फाइटर प्लेन अपनी वायु सेना के लिए, इसलिए इमरजेंसी में ये प्लेन सरकार ने खरीदे और वायु सेना को इस बारे में जानकारी थी, और सरकार ने वायु सेना को इसके बारे में बताया भी था.
बीएस धनोआ ने कहा कि HAL का मैं शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने हमारे ऑपरेशन गगन शक्ति में पूरी मदद की. लेकिन अगर आंकड़ों की बात करें तो HAL को भारतीय वायु सेना के कई फाइटर प्लेन को अपग्रेड करना था, लेकिन उसमें हम कई साल पीछे चल रहे हैं.
रफाल की कीमत पर एयर चीफ ने कहा की मैं इस पर कहना चाहूंगा कि कीमत को लेकर वित्तमंत्री और रक्षा राज्यमंत्री अपनी बात रखी है और एयर फोर्स उससे सहमत है. यानी दूसरे शब्दों में कहे तो एयर चीफ ने भी माना है की रफाल डील पहले की तुलना में सस्ता है.
एयर फोर्स के लिए सबसे बड़ी चुनौती घटते हुए बेड़े को मेंटेन करना है और इसके लिए हमने 2 बेड़े रफाल के फ्रांस से मंगाए हैं और आगे भी हमारी कोशिश जारी है कि घटते हुए बेड़े को जल्द से जल्द पूरा किया जाए. रफाल एक गेम चेंजर एयरक्राफ्ट है. अच्छा पैकेज है. सेंसर अच्छे लगे हैं. धनोआ ने कहा कि राजनीतिक विवाद पर कुछ नहीं कहूंगा.
Source : Ravikant Rai