सरकार द्वारा संचालित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने मिराज-2000 लड़ाकू विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर मारे गए दो पायलटों के निधन पर दुख जताया. एचएएल ने एक बयान में कहा, 'एचएएल दोनों पायलटों के दुखी परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता है. कंपनी ने आईएएफ के साथ मिलकर दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है.' एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि शहर के पूर्वी उपनगरीय क्षेत्र में स्थित सैन्य हवाईअड्डे पर युद्धाभ्यास के दौरान मिराज-2000 के दुर्घटनाग्रस्त होने पर स्क्वाड्रन लीडर समीर अब्रोल और स्क्वोड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी शहीद हो गए थे.
नेगी उत्तराखंड के देहरादून के मूल निवासी थे, वहीं अब्रोल उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के निवासी थे. वे दोनों आईएएफ के एयरक्राफ्ट एंड सिस्टम टेस्टिंग एस्टेब्लिशमेंट (एएसटीई) के साथ टेस्ट पायलट थे. मिराज-2000 को एचएएल ने उन्नत किया था और इसे फ्रांस की प्रमुख एयरोस्पेस दसॉ एविएशन द्वारा तैयार किया गया था.
Source : IANS