पूर्वी लद्दाख (Ladakh) में जुलाई में हुई हिंसक झड़प के बाद कूटनीतिक और सैन्य स्तर की बातचीत से विद्यमान तनाव को कम करने के प्रयास जारी हैं. यह अलग बात है कि चीनी सरकार का मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स प्रोपेगंडा वॉर में जुट गया. अखबार ने कई वीडियो जारी किए जो चीनी सेना की महिमामंडन करने का काम कर रहे थे. ऐसे में चीन (China) को सामरिक-कूटनीतिक मोर्चे पर मात देते हुए भारत ने अब प्रोपेगंडा वॉर में भी चीन को पटखनी दी है. भारतीय वायुसेना (IAF) ने आज एक वीडियो जारी कर वायु सैनिकों के पराक्रम से चीन को अवगत करा दिया है. इस वीडियो से इंडियन एयरफोर्स ने बता दिया है कि सिर्फ थल और जल में ही नहीं वायु में भी भारत को कम आंकना चीन की बड़ी भूल होगी और उसे किसी भी दुस्साहस की बड़ी कीमत चुकानी होगी.
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साफ है कि चीन डरा हुआ है, हिंदुस्तान के गर्दन तोड़ और हड्डी तोड़ पराक्रम के बाद अब वह एक बार फिर बातचीत की टेबल पर है. कोर कमांडर स्तर की बैठक चीन की तरफ मोल्डो इलाके में हुई. चीन चाहे जितनी कोशिश कर ले लेकिन अब भारत ने पूरी दुनिया के सामने ये बात खोल कर रख दी है की चीन की सेना सिर्फ और सिर्फ कागज़ी है. पैंगोंग सो झील के आसपास के इलाकों में भारतीय सेना और इंडो-तिब्बत बॉर्डर फोर्स के जवानों ने सामरिक लिहाज से महत्वपूर्ण इलाकों पर कब्जा कर लिया है. इसके साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मास्को में अपने समकक्ष चीनी रक्षा मंत्री को दो टूक संदेश दे दिया है कि भारत को कम करके नहीं आंकें.
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इस कूटनीतिक-सामरिक शिकस्त के बाद आज भारतीय वायुसेना ने एक वीडियो जारी किया है. इसमें वायुसैनिक लड़ाकू विमान से छलांग लगाते दिखाई दे रहे हैं. गौरतलब है कि दुर्गम इलाकों में सैन्य ऑपरेशंस को अंजाम देने के लिए वायुसेना कभी-कभी इसी तरह से सैनिकों को उतारती है. इस वीडियो के साथ आईएएफ ने एक संदेश भी साझा किया है. इसमें कहा गया है, 'भारतीय सेना वीरों की सेना है, हर चुनौती के लिए सदैव तैयार. हमारे लिए राष्ट्र सर्वोपरि है. भारतीय सेना हर चुनौती के लिए सक्षम, समर्थ है और पूर्णतया प्रभावशाली भी'.