मिराज-2000 लड़ाकू विमानों की ताकत और बढ़ने वाली है. कारगिल युद्ध का पासा पलटने वाले और पाकिस्तान की धरती में घुसकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने वाले मिराज के बेड़े में 24 सेकेंड-हैंड मिराज 2000 लड़ाकू लाने वाली है. भारतीय वायुसेना चौथी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के अपने पुराने बेड़े को मजबूत करने के प्रयास में दसॉल्ट एविएशन द्वारा बनाए गए 24 सेकेंड-हैंड मिराज 2000 लड़ाकू विमानों का अधिग्रहण करने की तैयारी में है. इसके साथ ही विमान के अपने दो मौजूदा स्क्वाड्रनों के लिए सुरक्षित पुर्जे भी हासिल करने के लिए प्रयासरत है. इसके लिए भारतीय वायुसेना ने फ्रांस की वायु सेना से चरणबद्ध तरीके से हटाए गए मिराज विमानों को खरीदने के सौदे पर हस्ताक्षर किया है.
मीडिया हाउस रिपोर्ट की मानें तो फ्रांस की वायु सेना ने कुछ दिन पहले मिराज जेट की एक स्वाड्रन को सेवा से बाहर किया था, इन विमानों को खरीदने के लिए 31 अगस्त को एक करार पर हस्ताक्षर किए गए। करार के तहत फ्रांस की वायुसेना से बाहर किए गए विमानों को भारत लाया जाएगा. इससे भारतीय वायु सेना का मिराज बेड़ा लंबे समय तक सेवा में बना रहेगा.
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रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय वायुसेना ने इन लड़ाकू विमानों को खरीदने के लिए 27 मिलियन यूरो ((233.67 करोड़ रुपये) के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें से आठ उड़ने के लिए तैयार स्थिति में हैं. एक विमान की कीमत 1.125 मिलियन यूरो यानी (9.73 करोड़ रुपये) है.
बता दें कि 80 के दशक का मिराज 2000 इंडियन एयरफोर्स बेड़े में शामिल सबसे अच्छा लड़ाकू विमान है. मिराज भी उसी दसॉ एविएशन का बनाया है जो रफाल फाइटर एयरक्राफ्ट बना रहा है. मिराज इंडियन एयरफोर्स के अलावा फ्रांस, यूएई और चीन के एयरफोर्स बेड़े में भी शामिल है. करगिल युद्ध के समय भी मिराज ने बिना एलओसी क्रॉस किए पाकिस्तानी में मौजूद आतंकी कैंपों को तबाह किया था.
HIGHLIGHTS
- मिराज के बेड़े में 24 सेकेंड-हैंड मिराज 2000 लड़ाकू लाने वाली है
- फ्रांस से भारतीय वायुसेना ने किया समझौता
Source : News Nation Bureau