पाकिस्तान (Pakistan) से आ रहे 'बिन बुलाए मेहमानों' यानी टिड्डियों के दल को भगाने का जिम्मा अब भारतीय वायुसेना को दिया गया है. अब भारत में टिड्डियों (Locusts) के दल से निपटने के लिए भारतीय वायुसेना (Air Force) के MI-17 हेलीकॉप्टरों को लगाया जाएगा. टिड्डियों के हमले रोकने के लिए कृषि विभाग यूरोपीय संघ से केमिकल और उपकरण का आयात कर रहा है, जिसका छिड़काव भारतीय वायुसेना के पांच एमआई-17 हेलीकॉप्टरों से किया जाएगा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस साल पाकिस्तान से आ रहे टिड्डियों के दल से खतरा अधिक है. ऐसे में अगर इन्हें समय पर नहीं रोका गया तो यह किसानों की पूरी मेहनत बेकार कर देंगे. टिड्डियों को खत्म करने के लिए यूरोपीय संघ से उच्च शक्ति के छिड़काव वाले उपकरण भी मंगाए गए हैं. इस बार टिड्डियों के दल का हमला पिछले 27 सालों में सबसे गंभीर बताया जा रहा है. हालात की भांपते हुए विभिन्न मंत्रालयों, भारतीय वायुसेना, सेना विमानन कोर मिलकर इससे निपटने का आइडिया तलाश रहे हैं.
बताया जा रहा है कि डीजीसीए की मंजूरी के बाद हेलीकॉप्टरों को टिड्डियों पर काबू पाने के लिए तैनात किया जाएगा. पिछले महीने विमानन मंत्रालय ने कृषि मंत्रालय को 'एंटी-लोकस्ट ऑपरेशन' (टिड्डियों के खिलाफ अभियान) के लिए स्प्रे ड्रोन के इस्तेमाल की अनुमति दी थी. इसके लिए पांच ड्रोन कंपनियों का चुनाव भी किया गया था. अगले हफ्ते की शुरुआत में ड्रोन स्क्वाड बाड़मेर, फलोदी, नागौर और बीकानेर में अपना काम शुरू करेगा.
Source : News Nation Bureau