भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को देखते हुए वायुसेना पूरी तरह से सतर्क है. वायुसेना अपनी हाइलेवल ऑपरेशनल तैयारियों में जुटी हुई हैं. इसके अलावा वह अपने लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टर को सुरक्षित करने के तरीकों पर भी विचार कर रहे हैं. तनाव को देखते हुए वेस्टर्न एयर कमांड को हर स्थिति से निपटने के लिए निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा सभी एयरबेसों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है.
जानकारी के मुताबिक किसी भी तरह के हमले से निपटने के लिए वायुसेना को कैसे तैयार रहना है, इस पर चर्चा करने के लिए एक बैठक हुई, जिसमें चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर मार्शल रघुनाथ नांबियार भी मौजूद थे.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबित फिलहाल पाकिस्तान के निशाने पर एयरफोर्स की वेस्टर्न एयर कमांड है. ऐसा इसलिए क्योंकि वेस्टर्न एयर कमांड से एयरफोर्स पाकिस्तान के साथ-साथ चीन पर भी नजर रखता है. ऐसे में ये यह कमांड एयरफोर्स के लिए काफी अहम हैं. इसके अलावा इस कमांड के तहत कई संवेदनशील एयरफोर्स स्टेशन भी आते हैं जिनको पाकिस्तान हमेशा अपना निशाना बनाने में लगा रहता है.
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इसके अलावा कई बड़े ऑपरेशंस को भी इसी कमांड से अंजाम दिया गया है जिनमें ‘कश्मीर ऑपरेशन 1947-48’, भारत-चीन युद्ध 1962, इंडो-पाक युद्ध 1965 व 1971, श्रीलंका में ऑपरेशन पवन 1986 और कारगिल में ऑपरेशन सफेद सागर-1999 शामिल है.
ऐसे में आने वाले समय में भी इस कमांड की भूमिका भी काफी अहम रहेगी.