लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर भारत और चीन की सेनाएं एक दूसरे से महज 500 मीटर की दूरी पर आमने सामने खड़ी हैं. पेंगोंग इलाके में तनाव पूरे चरम पर है. मॉस्को में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jayshankar) और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच हुई बैठक के बाद माना जा रहा था कि चीन अपने रुख में बदलाव कर सकता है लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला.
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लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पैंगोंग झील के पास तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, फिंगर 3 के पास भारत की तरफ से भारी संख्या में सैनिकों को तैनात किया जा रहा है. पिछले 48 घंटों में पैंगोंग झील के उत्तर में हलचल काफी ज्यादा बढ़ गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पैंगोंग झील के पश्चिम की तरफ चीन की सेना आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है. दरअसल चीन ने 29-30 अगस्त को पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे घुसपैठ की कोशिश की थी जिसे भारतीय सैनिकों ने नाकाम कर दिया और ऊंची चोटियों पर पहुंच गए हैं. जबकि चीन की सेना यहां के निचले इलाकों में है. ऐसे में चीन की बौखलाहट बढ़ गई है.
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चीन पांच सूत्रीय योजना पर सहमत
पूर्वी लद्दाख में सीमा पर लंबे समय से जारी गतिरोध खत्म करने के लिए भारत और चीन के बीच पांच सूत्रीय योजना पर सहमत हुए हैं. जिसमें सीमा के प्रबंधन से जुड़े सभी मौजूदा समझौतों और नियमों का पालन करना, शांति बनाए रखना और हालात को खराब करने वाली हर कार्रवाई से बचना शामिल है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग यी के बीच मॉस्को में गुरुवार शाम हुई वार्ता में दोनों देश इस योजना पर सहमत हुए.
Source : News Nation Bureau