सिक्किम में हाल ही में आई बाढ़ के चलते कनेक्टिविटी की समस्या सामने आई है. इसके बाद सेना के इंजीनियरों ने इसे बहाल करने के लिए 2 घंटों के भीतर प्रदेश की राजधानी गंगटोक में डिकचू-संकलांग रोड पर 70 फीट लंबा बेली ब्रिज तैयार कर दिया है. मिली जानकारी के मुताबिक, PRO डिफेंस ने कनेक्टिविटी बहाल करने और अलग-अलग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति वापस लाने के प्रयासों के लिए सीमा सड़क संगठन (BRO) और स्थानीय प्रशासन को भी श्रेय दिया है.
PRO डिफेंस ने कहा कि, डिक्चु-संकलांग रोड पर डेट खोला में बनाया गया पुल "डिक्चू से संकलांग तक चुंगथांग की ओर वाहनों के आवागमन को सक्षम करने" के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, मंगन में, जो तीस्ता नदी के पास स्थित है, 16 जून तक 1200 पर्यटक फंसे हुए थे. पीआरओ डिफेंस ने कहा कि, यह पुल प्रभावित लोगों के लिए महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल जैसी बुनियादी ज़रूरतें लाने में मदद करेगा.
PRO डिफेंस के अनुसार, “यह पुल डिक्चु से सांकलांग से चुंगथांग की ओर वाहनों के आवागमन को सक्षम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है. यह पुल मंगन जिले के प्रभावित लोगों के लिए महत्वपूर्ण चिकित्सा सहायता सहित बुनियादी आवश्यकताएं प्रदान करने में सहायता करेगा."
PRO डिफेंस ने बताया कि, सिक्किम के वन और पर्यावरण मंत्री पिंटसो नामग्याल लेप्चा ने 27 जून को साइट का दौरा किया और पुल को इतनी तेजी से पूरा करने में भारतीय सेना के प्रयासों की सराहना की है.
उत्तरी सिक्किम में लगातार बारिश के कारण कई भूस्खलन हुए हैं और क्षेत्र में सड़क संपर्क प्रभावित हुआ है. उत्तरी सिक्किम की ओर जाने वाली सड़कें जैसे डिक्चू-संकलांग-टूंग, मंगन-संकलांग, सिंगथम-रंगरंग और रंगरंग-टूंग सभी 11 जून से हो रही बारिश से प्रभावित हैं.
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, त्रिशक्ति कोर के भारतीय सेना के इंजीनियरों ने उत्तरी सिक्किम के सीमावर्ती गांवों में कनेक्टिविटी बहाल करने के लिए 23 जून को 150 फुट का सस्पेंशन ब्रिज बनाया था.
Source : News Nation Bureau