पाकिस्तान (Pakistan) नियंत्रित कश्मीर POK को लेकर उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी (Lt Gen Upendra Dwivedi) ने मंगलवार को बड़ा दिया है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) से आर्टिकल 370 हटने के बाद वहां काफी बदलाव आया है. साथ ही जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर भी काफी हद तक लगाम लगी है. उन्होंने आगे कहा कि जब केंद्र सरकार आदेश देगी, तभी भारतीय सेना (Indian Army) पीईओ पर कार्रवाई करने के लिए तैयार है.
यह भी पढ़ें : Vastu Shashtra Tips 2022 : घर में इस मूर्ति को रखने से नहीं होगा कोई नुकसान,जानें क्या होंगे फायदे
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आगे कहा कि आर्मी यह हमेशा सुनिश्चित करने को तैयार है कि सीजरफायर की समझ समझ कभी न टूटे, क्योंकि यह दोनों देशों (भारत पाकिस्तान) के हित में है. अगर कभी भी सीजरफायर टूटा तो हम उन्हें करारा जवाब देंगे. कभी भी आतंकी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं पाएंगे.
#WATCH | Military is always ready to make sure that ceasefire understanding is never broken as it is in interest of both nations, but if broken at any time, we'll give them a befitting reply: Lt Gen Upendra Dwivedi, Northern Army Commander on ceasefire agreement b/w India & Pak pic.twitter.com/4pouLDaWx9
— ANI (@ANI) November 22, 2022
उन्होंने आगे कहा कि संसद में POK के विषय पर प्रस्ताव पास हो चुका है. कुछ भी इसमें नया नहीं है. संसद के प्रस्ताव का यह हिस्सा है. जहां तक इंडियन आर्मी की बात है तो वह भारत सरकार द्वारा दिए किसी भी आदेश को पूरा करेगी. जब भी केंद्र सरकार आदेश देगी इंडियन आर्मी अपनी पूरी तैयारी के साथ आगे बढ़ जाएगी.
यह भी पढ़ें : क्या ATM कार्ड पर भी मिलता है इंश्योरेंस? पांच लाख तक का क्लेम संभव
#WATCH | As far as the Indian Army is concerned, it'll carry out any order given by the Government of India. Whenever such orders are given, we will always be ready for it: Lt Gen Upendra Dwivedi, Northern Army Commander on Defence Minister statement of taking back PoJK pic.twitter.com/iILZWiDVnF
— ANI (@ANI) November 22, 2022
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने घाटी में हो रही टारगेट किलिंग पर कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों पर लगाम लगाने के लिए काफी काम हुआ है. भारतीय सेना की कार्रवाई से बौखलाए आतंकवादियों की ओर से कभी कभी हथियार या कभी हथियार भेजने की कोशिश हो रही है और फिर ये लोग निहत्थे लोगों को अपना निशाना बनाते हैं.