पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सेना के सर्जिकल स्टाइक के बाद अनजाने में नियंत्रण रेखा एलओसी पार कर गए सैनिक चंदू चव्हाण शनिवार को उत्तरी महाराष्ट स्थित अपने घर लौट आए। भारतीय सेना के जवान चंदूलाल बाबूलाल चव्हाण होली से एक दिन पहले अपने परिवार में लौट आए।
रक्षा राज्य मंत्री सुरेश भामरे चव्हाण (22) के गांव बोरविहिर तक उनके साथ गए। चव्हाण का गांव भामरे के संसदीय क्षेत्र में पड़ता है। धुले जिला के बोरवीहीर गांव के निवासी चंदू अपने गांव पहुंचे जहां उनके परिवार और स्थानीय लोगों ने शानदार स्वागत किया।
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37 राष्ट्रीय राइफल्स में कार्यरत चव्हाण नियंत्रण रेखा के पार आतंकियों के शिविरों पर भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल कार्रवाई के बाद 29 सितंबर, 2016 को लापता हो गए थे। बाद में पाकिस्तानी सेना ने उन्हें हिरासत में ले लिया था और लंबी बातचीत के बाद 21 जनवरी को उन्हें रिहा कर दिया था।
भामरे ने शनिवार को सैनिक के गांव में कहा, 'मुझे बहुत खुशी है कि वह अपने परिवार में लौट आए हैं।' चव्हाण के भाई और 9वें मराठा रेजीमेंट के सैनिक भूषण, परिवार के सदस्यों, मित्रों और ग्रामीणों ने धुले जिले में पहुंचने के साथ ही चव्हाण का जोरदार स्वागत किया और उसके बाद अपराह्न् में उनके गांव में उनका स्वागत किया गया।
प्रफुल्लित भूषण ने गांव में मीडियाकर्मियों से कहा, 'अब हम आनंद के साथ होली मनाएंगे।'
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Source : IANS