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कोरोना वायरस संक्रमण संकट की वजह से भारतीय नागरिक इस साल हज के लिए नहीं जाएंगे: नकवी

नकवी ने कहा कि हज-2020 के लिए आवेदन करने वाले दो लाख से अधिक लोगों को उनके पूरे पैसे वापस भेजे जाएंगे. साथ ही कहा कि ‘मेहरम’ (पुरुष रिश्तेदार) के बिना हज पर जाने के लिए आवेदन करने वाली करीब 2300 महिलाओं को अगले साल नए सिरे से आवेदन नहीं करने होंगे और

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Ravindra Singh
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Mukhtar abbas Naqvi

मुख्तार अब्बास नकवी( Photo Credit : फाइल)

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केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर सऊदी अरब सरकार के आग्रह पर इस साल भारत से किसी को भी हज के लिए नहीं भेजने का फैसला किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि हज-2020 के लिए आवेदन करने वाले दो लाख से अधिक लोगों को उनके पूरे पैसे वापस भेजे जाएंगे. साथ ही कहा कि ‘मेहरम’ (पुरुष रिश्तेदार) के बिना हज पर जाने के लिए आवेदन करने वाली करीब 2300 महिलाओं को अगले साल नए सिरे से आवेदन नहीं करने होंगे और वो हज के लिए जा सकेंगी. नकवी ने यहां संवाददाताओं से कहा, कल रात सऊदी अरब सरकार के हज मंत्री का फोन आया था.

उन्होंने पूरी दुनिया में कोरोना महामारी के बारे में चर्चा की. उन्होंने कहा है कि हज-2020 के लिए इस बार भारत से हज यात्रियों को नहीं भेजा जाए. उन्होंने कहा कि हमने सऊदी अरब के फैसले का सम्मान करते हुए निर्णय लिया है कि इस बार भारतीय हज यात्रियों को नहीं भेजा जाएगा. मंत्री के मुताबिक, आजाद भारत में यह पहली बार होगा कि भारत से लोग हज पर नहीं जाएंगे. नकवी ने कहा कि अब तक हज-2020 के लिए 2 लाख 13 हजार आवेदन प्राप्त हुए थे. सभी आवेदकों द्वारा जमा कराया गया पूरा पैसा बिना किसी कटौती के तत्काल वापस किये जाने की प्रक्रिया आज से ही शुरू कर दी गई है. यह पैसा डीबीटी के जरिये आवेदकों के खाते में भेजा जायेगा.

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केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा कि करीब 2300 मुस्लिम महिलाओं ने बिना मेहरम(पुरुष रिश्तेदार) के हज पर जाने के लिए आवेदन किया था, इन महिलाओं को हज- 2021 में इसी आवेदन के आधार पर हज यात्रा पर भेजा जायेगा साथ ही अगले वर्ष भी जो महिलाएं बिना मेहरम हज यात्रा हेतु नया आवेदन करेंगी उन सभी को भी हज यात्रा पर भेजा जायेगा. उनके अनुसार, बिना मेहरम के हज पर जाने का आवेदन करने वाली महिलाओं को छोड़कर अन्य सभी आवेदकों को अगले साल हज के लिए नए सिरे से आवेदन करने होंगे.

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नकवी ने कहा कि 2019 में 2 लाख भारतीय मुसलमान हज यात्रा पर गए थे, जिनमे 50 प्रतिशत महिलाएं शामिल थी. उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त नरेंद्र मोदी सरकार के अंतर्गत 2018 में शुरू की गई बिना मेहरम महिलाओं को हज पर जाने की प्रक्रिया के तहत अब तक बिना मेहरम के हज पर जाने वाली महिलाओं की संख्या 3,040 हो चुकी है. गौरतलब है कि सऊदी अरब हज एवं उमरा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि वैश्विक कोरोना महामारी के चलते धार्मिक स्थलों पर भीड़ भाड़ वाले कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है. यह निर्णय लिया गया है कि विभिन्न देशों के जो लोग इस समय सऊदी अरब में रह रहे हैं उन्हीं के द्वारा सामाजिक दूरी का पालन करते हुए हज की जाएगी. भारतीय हज कमेटी ने कुछ दिनों पहले ही एक परिपत्र के माध्यम से हज-2020 पर जाने के लिए चयनित लोगों से कहा था कि हज पर नहीं जाने की इच्छा रखने वाले लोग अपने पैसे वापस ले सकते हैं. हज-2020 जुलाई के आखिर और अगस्त महीने की शुरुआत के बीच की अवधि में प्रस्तावित है.

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