यूक्रेन संकट की वजह से हिंदुस्तान में हर आम-ओ-खास आज रूस की बात कर रहा है. यूक्रेन की बात कर रहा है. सेना की बात कर रहा है. मिसाइलों की बात कर रहा है. फाइटर जेट्स की बात कर रहा है. टैंक की बात कर रहा है, लड़ाकू हेलीकॉप्टर और स्पेशल फोर्स की बात कर रहा है. और नजर ट्विटर पर डालें तो यूक्रेन-रूस युद्ध से जुड़े वीडियो हर तरफ फैले हुए हैं. मीडिया चैनलों पर नजर डालें तो चुनाव और युद्ध, ये दो बातें हैं, जो हर स्क्रीन पर दिखेंगी. यूक्रेन से भागते लोग और तबाही की तस्वीरें भी. ये तस्वीरें एकतरफा हैं या नहीं, अब इस मुद्दे पर बहस छेड़ने की कोशिश की है भारत स्थित रूस के दूतावास ने, जिसने भारतीय मीडिया को कथित तौर पर नसीहत देते हुए ट्वीट किया है कि 'डियर भारतीय मीडिया, प्लीज एक दम सटीक जानकारी ही परोसें.' हालांकि यहां शब्दश: ट्वीट का अनुवाद नहीं किया गया है, लेकिन मोटा-मोटी बात यही है.
With regard to the crisis in Ukraine, the Indian media is requested to be accurate so that Indian public receives objective information pic.twitter.com/Bh1GuJ8GG2
— Russia in India 🇷🇺 (@RusEmbIndia) February 28, 2022
नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास ने अपने ट्वीट में कहा है कि रूस की सेना यूक्रेन की तरह प्रतिबंधित हथियारों का इस्तेमाल नहीं करती है और न ही नागरिकों को अपनी ढाल बनाती है. यही नहीं, रूसी की सेना लड़ाई में बंधक बनाए गए सैनिकों (युद्ध बंदियों) के साथ भी अच्छा बर्ताव करती है. अगर इसके अलावा कुछ लिखा जा रहा है, तो वो भ्रामक है. रूस ने कहा, यूक्रेन में सभी न्यूक्लियर साइट्स सुरक्षित हैं और आएईए ने भी पुष्टि की है कि सभी साइट्स सुरक्षित हैं. रूस की तरफ से वार्ता और समझौते की कोशिशें लगातार की जा रही हैं.
▫️The Russian army is showing the utmost restraint and not attacking civilians and the cities, targeting only military infrastructure https://t.co/EM4kW6oAgy
— Russia in India 🇷🇺 (@RusEmbIndia) February 28, 2022
भारत में रूस के दूतावास ने यूक्रेन संकट पर भारतीय मीडिया की कवरेज को लेकर लगातार कई ट्वीट्स किए हैं. भारत स्थित रूसी दूतावास ने ट्वीट में लिखा, 'रूस ने यूक्रेन और यूक्रेन के लोगों के खिलाफ युद्ध शुरू नहीं किया, बल्कि यूक्रेन से पश्चिमी देशों की सेना को हटाने, उसे नाजीकरण से मुक्त करने और डान्बस में यूक्रेन द्वारा जारी 8 साल के युद्ध को खत्म करने के लिए विशेष सैन्य ऑपरेशन शुरू किया है.'
▫️Russia did not wage a war against Ukraine and its people, but a special military operation aimed at demilitarization and denazification of Ukraine to end the eight-year war by Ukraine in Donbass https://t.co/EM4kW67xey
— Russia in India 🇷🇺 (@RusEmbIndia) February 28, 2022
बता दें कि बेलारूस की सीमा पर यूक्रेन और रूसी प्रतिनिधिमंडल के बीच बातचीत बेनतीजा खत्म हो गई. ये बातचीत तीन घंटे तक चली, लेकिन निर्णायक बिंदु तक नहीं पहुंच सकी. इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के बीच करीब 1.30 घंटे तक बातचीत हुई, जिसमें पुतिन ने सीजफायर के लिए तीन शर्तें रखी हैं.
शर्त नंबर 1: क्रीमिया पर रूस के कब्जे को अंतर्राष्ट्रीय मंजूरी दी जाए
शर्त नंबर 2: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को सत्ता से हटाया जाए
शर्त नंबर 3: यूक्रेन NATO से दूर रहे, उसे नेटो में शामिल न किया जाए.
HIGHLIGHTS
- भारत में रूस के दूतावास ने दी भारतीय मीडिया को नसीहत
- सही तथ्यों पर हो रिपोर्टिंग
- भारतीय मीडिया कर रही यूक्रेन युद्ध की जोरदार रिपोर्टिंग
Source : Shravan Shukla