पाकिस्तान की जेल में 6 साल से बंद भारतीय कैदी हामिद निहाल अंसारी को आखिरकार रिहाई मिल गई और आज मंगलवार को वह भारत लौट आया. अटारी-वाघा बॉर्डर पर वतन की मिट्टी चूमकर हामिद ने देश में कदम रखा. हामिद का पूरा परिवार, पिता नेहाल और मां फौजिया समेत, भारत-पाकिस्तान दोस्ती के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता, अधिकारी और राजनीतिक हस्तियां उनके स्वागत के लिए अटारी-बाघा बॉर्डर पर मौजूद थे. 33 साल के हामिद को देखकर सभी की आंखे झलक पड़ी.
पाकिस्तान ने पेशे से इंजीनियर अंसारी पर भारतीय जासूस होने और देश में अवैध तरीके से प्रवेश करने सहित फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल और देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने का आरोप लगाया था. नवंबर 2012 से जब अंसारी रोजगार के सिलसिले में देश छोड़ काबुल के लिए रवाना हुए और फिर उनके 'लापता' होने की खबर आई, उनके परिवार के लिए यह कठिन परीक्षा का समय रहा.
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कथित रूप से सोशल मीडिया पर उनकी दोस्ती एक पाकिस्तानी लड़की से हो गई और लड़की की जबरन कराई जा रही शादी रोकने के लिए वह खैबर पख्तूनख्वा के कोहट पहुंचे.
12 नवंबर 2012 को अंसारी ने पाकिस्तान के पेशावर जाने के लिए जलालाबाद में अफगानिस्तान सीमा पार की, जहां पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों ने उन्हें पकड़ लिया. बाद में, एक सैन्य अदालत ने उन्हें तीन साल के लिए जेल भेज दिया. उनकी तीन साल जेल की सजा पूरी होने के बाद भी उन्हें जेल में रखा गया.
Source : News Nation Bureau