इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या से हरियाणा में सियासी भूचाल मच गया है. प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. विपक्षी दल खट्टर सरकार पर आक्रामक मोड में हैं. जिस तरह से बदमाशों ने घटना का अंजाम दिया है, उस पर सवाल उठना भी लाजमी है. हमलावरों ने करीब 50 राउंड फायरिंग कर नफे सिंह राठी और उनके एक सुरक्षाकर्मी की दिन दहाड़े हत्या कर दी. गोलीबारी की इस घटना में तीन सुरक्षाकर्मी बाल-बाल बच गये और उन्हें मामूली चोटें आयीं. इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है.
7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
फुटेज के मुताबिक, i10 कार में पांच लोग सवार थे, जिसमें दो हमलावरों की तस्वीरें सामने आई हैं. इस मामले में 7 लोगों को आरोपी बनाया गया है. घटना में गाड़ी चालक और नफे राठी के भतीजे राकेश उर्फ संजय के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. यह मामला आईपीसी की धारा 147, 148, 307, 120बी, 25-27-54-59 आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया है और पूर्व विधायक नरेश कौशिक समेत 7 लोगों को आरोपी बनाया गया है.
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नफे सिंह के ड्राइवर ने क्या कहा?
इस घटना के बारे में ड्राइवर ने बताया कि फायरिंग के बाद हमलावर ने उसे धमकी दी और कहा कि तुझे जिंदा छोड़ रहे हैं, जाकर इनके घर बता दियो. चालक के बयान पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. पुलिस ने राकेश उर्फ संजय के बयान पर पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व चेयरमैन और मौजूदा चेयर पर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी और चाचा ससुर कर्मवीर राठी, देवर कमल राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पूत्र सतीश राठी, पोते गौरव व राहुल व पांच अन्य खिलाफ मामला दर्ड किया गया है.
पिता को नहीं दी जा रही थी सुरक्षा
वहीं, नफे सिंह राठी के बेटे ने कहा कि जब तक पुलिस उनके पिता के हत्यारों को नहीं पकड़ लेती, तब तक वह शव का पोस्टमार्टम नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि मेरे पिता की हत्या में स्थानीय बीजेपी नेताओं का हाथ है. पुलिस प्रशासन पूरी तरह से चुप बैठा है और मेरे परिवार को सुरक्षा नहीं दे रहा है. मेरे पिता लगातार सुरक्षा की मांग कर रहे थे लेकिन उन्हें नहीं दिया गया, मेरे पिता राष्ट्रीय लीडर्स थे.
Source : News Nation Bureau