मेघालय के ईस्ट जयंतिया हिल्स जिला स्थित अवैध कोयला खदान से दूसरे शव को निकाला है. भारतीय नौसेना की गौताखोर टीम ने 280 फ़ीट गहरी खदान से 15 खनिकों में से दो का शव बरामद कर लिया है. 42 दिनों बाद शुक्रवार को पहला शव निकाला गया था. 13 दिसंबर से खदान में 15 खनिक फंसे हुए है. शवों को बाहर निकालने की कोशिशें की जा रही है. राजधानी शिलोंग से 130 किलोमीटर दूर क्सान गांव स्थित खदान में पानी घुस जाने के बाद मजदूर उसमें फंस गए थे. केवल पांच मजदूर ही खदान से बाहर निकलने में सफल रहे थे. मजदूरों के परिवारों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक वे चाहते हैं कि शवों को बाहर निकाला जाए.
इससे पहले एनडीआरएफ की एक बचाव टीम ने कोयला खदान के मुख्य शाफ्ट में छानबीन की, फिर भी किसी मजदूर का पता नहीं लग सका. सीआईएल विभिन्न जगहों से अपने 100 हॉर्सपॉवर के उच्च क्षमता वाले सबमरसिबल पंप को हवाई मार्ग से गुवाहाटी हवाईअड्डे तक पहुंचाने की योजना बना रही है, जिसके बाद पंपों को सड़क मार्ग से पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले के कसान गांव पहुंचाया जाएगा.
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सुप्रीम कोर्ट में खदान में फंसे खनिकों के बचाव के लिए पर्याप्त कर्मियों और उपकरण मुहैया कराने के मामले में याचिका दायर की थी. इस मामले में कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार को स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा था. फटकार लगते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि शुरुआत से प्रशासन राहत कार्यों को सही तरीके से अंजाम देने में नाकाम रही है.
Source : News Nation Bureau