Indian Navy: हिंद महासागर के बाद अब अरब सागर में भारतीय नौसेना का पराक्रम देखने को मिला. दरअसल, नौसेना ने सोमालियाई लुटेरों के कब्जे से एक जहाज को बचाने की कोशिश की. इस बचाव अभियान के दौरान समुद्री लुटेरों ने नौसेना के युद्धक जहाज पर भी हमला किया और गोलीबारी की. हालांकि इस दौरान नौसेना के जवानों ने समुद्री लुटेरों को मुंहतोड़ जवाब दिया. अभी तक इस जहाज को बचाने की खबर नहीं आई है. बता दें कि नौसेना जिस जहाज को बचाने की कोशिश कर रही है उसका नाम एमवी रुएन है. इस जहाज को समुद्री लुटेरों ने बीते साल दिसंबर में हाइजैक किया था.
दिसंबर 2023 में हाईजैक किया था जहाज
बता दें कि समुद्री लुटेरों ने एमवी रुएन नाम के जहाज को पिछले साल दिसंबर में हाईजैक कर लिया था. उस समय नौसेना ने जहाज को समुद्री लुटेरों के कब्जे से बचाने की कोशिश की, लेकिन जहाज को लुटेरों के कब्जे से बचा नहीं पाए लेकिन नौसेना ने क्रू के एक सदस्य को बचा लिया था. अब एमवी रुएन का समुद्री लुटेरे अन्य जहाजों को लूटने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. नौसेना ने 15 मार्च को एमवी रुएन जहाज को सोमालिया के पूर्वी तट पर इंटरसेप्ट किया था. नौसेना ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक समुद्री लुटेरों के जहाज के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
माल्टा का है जहाज
नौसेना ने एक बयान में कहा कि 'समुद्री लुटेरों ने भारतीय नौसेना के युद्धक जहाज पर फायरिंग की. इसके बाद जहाज पर मौजूद समुद्री लुटेरों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया. ये कार्रवाई अभी भी जारी है. नौसेना का कहना है कि 'इंडियन नेवी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. बता दें कि जिस जहाज को समुद्री लुटेरों से बचाने की कोशिश की जा रही है वह माल्टा का है. इस जहाज को समुद्री लुटेरों ने 14 दिसंबर 2023 को अदन की खाड़ी से अगवा कर लिया था. नौसेना ने उस वक्त भी अपने युद्धक जहाज को एमवी रुएन की मदद के लिए भेजा था. नौसेना ने एक नाविक को बचाया था. यह जहाज कोरिया से तुर्किए की ओर जा रहा था. इसी दौरान इस जहाज को हाईजैक कर लिया गया.
Source : News Nation Bureau