भारतीय नौसेना का भविष्य का विमानवाहक पोत 'विक्रांत' कोच्चि के पास नौकायन के पहले दिन समुद्र में उतरा है. यह युद्धपोत कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा बनाया जा रहा है और व्यापक परीक्षणों के बाद इसे सेवा में शामिल किया जाएगा. इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया स्वदेशी विमान वाहक की पहली समुद्री उड़ान, 'विक्रांत' आत्मनिर्भरता के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता का एक सच्चा प्रमाण है. COVID की परवाह किए बिना, इस ऐतिहासिक मील के पत्थर को साकार करना, सभी हितधारकों के सच्चे समर्पण और प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
आईएनएस विक्रांत, जिसे स्वदेशी विमान वाहक 1 के रूप में भी जाना जाता है, बुधवार को अरब सागर में अपने पहले परीक्षण के लिए रवाना हुआ, जो चार दिनों तक चलेगा. विमानवाहक पोत का निर्माण भारतीय नौसेना के लिए कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा किया गया है. बोर्ड में अधिकारियों और नाविकों सहित करीब 1,500 अधिकारी शामिल हैं. इस युद्धपोत की खास बात यह है कि यह देश में बनने वाला पहला एयरक्राफ्ट कैरियर है. जहाज के डिजाइन पर काम 1999 में शुरू हुआ और फरवरी 2009 में इसे बनाना शुरु किया गया. वाहक को 29 दिसंबर, 2011 बाहर निकाला गया और 12 अगस्त 2013 को लॉन्च किया गया था. मूल परीक्षण दिसंबर 2020 में पूरे किए गए थे. जहाज की लंबाई 262 मीटर है, जबकि इसकी बीम 62 मीटर और गहराई 25.6 मीटर है.
Source : News Nation Bureau