पाकिस्तानी वायुसेना (पीएएफ) के चार जेट विमान और एक यूएवी के पंजाब स्थित सीमावर्ती क्षेत्र के करीब होने के बारे में पता चलने के बाद भारतीय वायसेना (आईएएफ) ने सोमवार की सुबह फौरन लड़ाकू विमान रवाना किया. खेमकरन सेक्टर में सीमापार में उड़ान की गतिविधियपों की जानकारी मिलने के बाद तड़के करीब तीन बजे आईएएफ के सुखोई-30 एमकेआई और मिराज-2000 ने उड़ान भरी और पाकिस्तानी वायुसेना के विमानों को पीछे हटने पर मजबूर किया.
जानकार सूत्रों के अनुसार, पीएएफ के विमानों में चार एफ-16 और एक ड्रोन (यूएवी) शामिल थे. यह स्पष्ट नहीं है कि उनकी मंशा सीमा पार करने की थी.
दोनों देशों के लड़ाकू विमानों में 27 फरवरी को भिड़ंत होने के बाद यह पहली घटना है.
आईएएफ ने 27 फरवरी को पाकिस्तान के एक एफ-16 विमान को मार गिराया था. पीएफ के लड़ाकू विमानों ने रजौरी इलाके में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार भारतीय हवाई सीमा में प्रवेश करने की कोशिश की थी.
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भारतीय वायुसेना के मिग-21 से हुई भिडंत के बाद विमान के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को पाकिस्तान ने अपने कब्जे में ले दिया था.
पायलट की वापसी से दोनों देशों के बीच तनाव कम हुआ था, लेकिन दोनों देशों में हाई अलर्ट की स्थिति बनी हुई है.
पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंधन जारी है और भारत में किसी भी वाणिज्यिक विमान को पाकिस्तान आने-जाने की इजाजत नहीं है.
बता दें कि बालकोट हमले के बाद पाकिस्तान लगातार भारतीय सीमा में जासूसी करने की कोशिश कर रहा है.पाकिस्तान ने अबतक 10 बार से ज्यादा भारतीय सीमा में ड्रोन भेज चुका है. जिसे भारतीय सुरक्षा बलों ने मार गिराया या फिर खदेड़ दिया.
Source : News Nation Bureau