वंदे भारत एक्सप्रेस का लोकप्रिय ट्रेन के रूप में उभरी है. ये यात्रियों को हवाई यात्रा जैसा अनुभव देती है, जिसके चलते यात्री इसमें सफर करना पसंद करते हैं. वंदे भारत एक्सप्रेस विकास, आधुनिकता, स्थिरता और आत्मनिर्भरता का पर्याय बन गई है. वंदे भारत ट्रेनों की लोकप्रियता को अगर आंकड़ों के जरिए समझे तो, बीते 31 मार्च, 2024 तक 2 करोड़ 15 लाख से अधिक लोग इससे यात्रा कर चुके हैं. वहीं 07 मई 2024 को वंदे भारत ट्रेनों की ऑक्यूपेंसी 98% थी. वित्त वर्ष 2024-25 में 7 मई तक औसत ऑक्यूपेंसी 103% होने के साथ वंदे भारत ट्रेन सेवाओं को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. वित्तीय वर्ष 2022-23 और 2023-24 के दौरान वंदे भारत ट्रेनों की कुल ऑक्यूपेंसी 96% से अधिक रही है.
गौरतलब है कि, देश के 284 जिले वंदे भारत से जुड़ चुके हैं. ये संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. रेलवे नेटवर्क के 100 रूटों पर कुल 102 वंदे भारत ट्रेनें सेवाएं दे रही हैं. साल 2023-24 में वंदे भारत ट्रेनों द्वारा तय की गई दूरी, यानी अप-डाउन मूवमेंट की मात्रा, पृथ्वी का लगभग 310 चक्कर लगाने के बराबर है. वहीं अब रेल यात्रियों के बीच वंदे भारत की बढ़ती लोकप्रियता के मद्देनजर अब वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें भी शुरू करने की तैयारी चल रही है. इसके लिए काफी तेजी से काम चल रहा है.
ये हैं वंदे भारत को खास बनाने वाली खूबियां:
-वंदे भारत एक्सप्रेस के सभी कोच में ऑटोमेटिक दरवाजे, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, वाई-फाई सेवा और आरामदायक सीटें लगी हैं.
-एग्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीटों की अतिरिक्त सुविधा है.
-सभी कोच में गर्म खाना और कोल्ड ड्रिंक्स परोसने के लिए पेंट्री की सुविधा दी गई है.
-इसके अलावा, स्पीड, सुरक्षा और आराम इस ट्रेन की पहचान हैं.
-कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए वंदे भारत ट्रेन में रीजेनरेटिव ब्रेक सिस्टम लगाया गया है.
-वंदे भारत एक्सप्रेस के कोच साउंड प्रूफ हैं.
-इसके अलावा वंदे भारत एक्सप्रेस के नए डिजाइन में हवा को शुद्ध करने के लिए रूफ माउंटेड पैकेज यूनिट (आरएमपीयू) में फोटो-कैटेलिटिक अल्ट्रावॉयलेट एयर प्यूरीफिकेशन सिस्टम लगाया गया है.
रिपोर्ट- आमिर
Source : News Nation Bureau