पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि देश में मची आर्थिक खलबली ने भारतीय रुपये को कोमा में पहुंचा दिया है. राष्ट्र मंच के एक समारोह में सिन्हा ने कहा, 'जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने एक अमेरिकी डॉलर का मूल्य 60 रुपये हो जाने पर कहा था कि भारतीय रुपया आईसीयू (इंटेनसिव केयर यूनिट) में है. और अब जब रुपया 75 के करीब पहुंच गया है तो वह क्या कहेंगे? अब यह कोमा में हैं.' राष्ट्र मंच का गठन इस साल की शुरुआत में हुआ था.
इससे पहले संवाददाताओं से बातचीत में बीजेपी के पूर्व नेता, सिन्हा ने कहा, 'वर्तमान हालात ऐसे हैं कि कोई नागरिक सरकार के खिलाफ अपने विचार भी जाहिर नहीं कर सकता. अगर वह ऐसा करेगा तो उसे राष्ट्र विरोधी करार दिया जाएगा, जो कि पूर्ण रूप से लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है.'
राफेल रक्षा सौदे का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, 'हमने (मैंने, प्रशांत भूषण और अरुण शौरी) एनडीए सरकार द्वारा किए गए राफेल सौदा घोटाले के संबंध में केंद्रीय जांच ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई है.'
सिन्हा ने दावा किया, 'और इसके लिए केवल एक व्यक्ति जिम्मेदार है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.'
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उन्होंने कहा, 'कोई भी, यहां तक कि प्रधानमंत्री के पास भी रक्षा खरीद प्रक्रिया का उल्लंघन करने का अधिकार नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री द्वारा इसका उल्लंघन किया गया. अगर सीबीआई इस गलत सौदे का पर्दाफाश करती है तो कई लोगों के नाम सामने आएंगे.'
Source : IANS