सऊदी अरब के रियाद में फंसी हैदराबाद की एक महिला के परिवार वालों ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाई है। हुमैरा की बड़ी बहन रेशमा के मुताबिक एक एजेंट ने उसे रियाद में नौकरी दिलाने का वादा किया था लेकिन वहां हुमैरा को मानसिक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है।
एजेंसी से बातचीत के दौरान रेशमा ने कहा, 'मेरी बहन को अक्सर मारा-पीटा जाता है और उसे ठीक से खाना-पीना भी नहीं मिलता। एक सदस्य ने मेरी बहन को हाथ पकड़ कर बुरी नियत से घसीटा। पर मेरी बहन चिल्लाई और उसके कमरे से भाग गई। बाद में उनलोगों ने मेरी बहन को अगले 5 दिनों तक कमरे में बंद कर दिया और फिर से भागने की कोशिश करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।'
हुमैरा 23 जुलाई को रियाद गई थी। उससे एजेंट ने 'उमरा' (मक्का शरीफ़ जाना) कराने का वादा किया था। जो हर मुस्लिम के लिए जीवन में एक बार करना ज़रुरी होता है।
हुमरा से वादा किया गया था कि इस दौरान उसे छोटे परिवार के लिए 'केयर टेकर' का काम भी दिया जाएगा। और इसके लिए उसे 25 हज़ार रुपये महीने के हुसाब से तनख़्वाह भी दी जाएगी।
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जब हुमरा को एहसास हुआ कि वो ठगी गई है तो उसने पहले वहां की पुलिस से संपर्क किया लेकिन उन्होंने एजेंट के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की।
पीड़िता के मुताबिक एजेंट उसे मानसिक और शारीरिक तौर पर परेशान कर रहा है। इसलिए उसने अपनी बहन से मदद की गुहार लगाई है और कहा कि वो उसे बाहर निकाले नहीं तो वो आत्महत्या कर लेगी।
जिसके बाद उसकी बड़ी बहन रेशमा ने सुषमा स्वराज से हुमरा को बचाने की अपील की है।
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Source : News Nation Bureau