उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात से 70 किलोमीटर दूर रूरा इलाके में बुधवार सुबह 5.30 बजे रेल हादसा हो गया है। अब तक अजमेर-सियालदाह एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं, जिसमें 43 लोगों के घायल होने की खबर है।
इससे पहले भी पिछले महीने 20 नंवबर को कानपुर के पास एक बड़ा रेल हादसा हुआ था, जिसमें 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। देश में रेल हादसों का इतिहास बहुत पुराना है। आज हम आपको पिछले 10 सालों के अब तक के सबसे बड़े रेल हादसों के बारें में बताने जा रहे हैं।
1. 20 मार्च, 2015: देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस के पटरी से उतरने जाने से 34 लोगों की जानें चली गई थी।
2. 4 मई, 2014: दिवा सावंतवादी पैसेंजर ट्रेन नागोठाने और रोहा स्टेशन के बीच पटरी से उतर गई थी, जिससे ट्रेन में सवार 20 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से भी ज्यादा लोग घायल हो गये थे।
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3. 28 दिसंबर 2013: बेंगलूरु-नांदेड़ एक्सप्रेस ट्रेन के में एयर कंडिशन कोच में आग लगने के कारण 26 लोग काल के गाल में समा गए थे। उसी साल 19 अगस्त को राज्यरानी एक्सप्रेस की चपेट में आने से बिहार के खगड़िया जिले में भी 28 लोगों की मौत हो गई थी।
4. 30 जुलाई 2012: हादसों के मामले में साल 2012 भारतीय रेलवे के इतिहास में सबसे बुरे साल साबित हुआ। इस साल लगभग 14 रेल हादसे हुए। इनमें पटरी से उतरने और आमने-सामने टक्कर दोनों तरह के हादसे शामिल हैं। 30 जुलाई 2012 को दिल्ली से चेन्नई जाने वाली तमिलनाडु एक्सप्रेस के एक कोच में नेल्लोर के पास आग लग जाने से 30 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
5. 07 जुलाई 2011: उत्तर प्रदेश में ट्रेन और बस की टक्कर होने की वजह से 38 लोगों की मौत हो गई थी।
6. 20 सितंबर 2010: मध्य प्रदेश के शिवपुरी में ग्वालियर इंटरसिटी एक्सप्रेस से एक मालगाड़ी से टकरा गई थी। इससे टक्कर में 33 लोगों की जान चली गई और 160 से ज्यादा लोग घायल हो गये थे।
7. 19 जुलाई 2010: पश्चिम बंगाल में उत्तर बंग एक्सप्रेस और वनांचल एक्सप्रेस की टक्कर में 62 लोग मर गए थे और 150 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
8. 28 मई, 2010: पश्चिम बंगाल में संदिग्ध नक्सली हमले में ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस पटरी से उतरी। इस हादसे में 170 लोगों की मौत हो गई थी।
9. 21 अक्तूबर, 2009: उत्तर प्रदेश में मथुरा के पास गोवा एक्सप्रेस का इंजन मेवाड़ एक्सप्रेस की आखिरी बोगी से टकरा गया था, जिससे इस घटना में 22 लोग मारे गए थे, जबकि 23 अन्य घायल हो गये थे।
10. 14 फरवरी 2009: रेल बजट के दिन हावड़ा से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे ओडिशा में जाजपुर रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गए थे। इससे हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई और 50 घायल हो गए थे।
ये रेल हादसे इतने बड़े हैं कि अब तक कोई भी इनसे उबर नहीं पाया है।
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Source : सुनीता मिश्रा