राकेश शर्मा एक ऐसा नाम है, जिसे देश का बच्चा-बच्चा जानता है. हम सभी ने स्कूल में राकेश शर्मा के बारे में पढ़ा था कि वे भारत के सर्वप्रथम अंतरिक्ष यात्री थे. राकेश शर्मा का जन्म 13 जनवरी 1949 को पंजाब के पटियाला में हुआ था. राकेश शर्मा बचपन से ही आसमान और विमानों के साथ जुड़े हुए थे. आसमान में उड़ने वाले विमानों को राकेश शर्मा तब तक निहारते थे, जब तक कि वह उनकी नजरों से दूर न हो जाए.
आपको जानकर हैरानी होगी कि मात्र 21 साल की उम्र में ही राकेश शर्मा 1970 में भारतीय वायुसेना में पायलट बन गए थे. अगले ही साल 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच जंग छिड़ गई थी. इस युद्ध में राकेश ने 20 से भी ज्यादा उड़ान भरीं और पाकिस्तान के हौंसलों को कुचल कर रख दिया था. यहां से राकेश भारतीय वायुसेना के खास योद्धा बन गए थे. कुछ ही समय में राकेश की गिनती वायुसेना के सर्वश्रेष्ठ पायलटों में होने लगी.
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राकेश शर्मा की किस्मत ने भी उनका पूरा साथ दिया. इसी दौरान तत्कालीन भारत सरकार अंतरिक्ष कार्यक्रम को लेकर काफी गंभीरता से विचार करने लगा था. भारत के इस मिशन में सोवियत रूस ने पूरी मदद की. मिशन की योजना पूरी बनने के बाद ऐसे पायलट की तलाश शुरू की गई, जो कठोर से कठोर परिस्थितियों में भी भारत का मान-सम्मान बनाए रखे.
भारत ने अंतरिक्ष यात्रा के लिए राकेश शर्मा के नाम पर मुहर लगा दी, जिसके बाद वे ट्रेनिंग के लिए रूस चले गए. 2 अप्रैल 1984 को राकेश शर्मा ने Soyuz T-11 में सवार होकर अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी. अंतरिक्ष में जाने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राकेश शर्मा से बातचीत भी की थी. पूर्व प्रधानमंत्री ने राकेश से कुछ सवाल पूछे, जिनमें एक सवाल आज भी देश के जहन में जिंदा है. इंदिरा गांधी ने राकेश शर्मा से पूछा कि ऊपर से भारत कैसा दिखता है. प्रधानमंत्री के इस सवाल पर राकेश शर्मा ने कहा, 'सारे जहां से अच्छा.'
Source : News Nation Bureau