प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की लुक ईस्ट नीति समय-समय पर रंग दिखाती आई है. इस बार भी ऐसा ही हुआ है जब भारत से नजदीकी संबंध रखने वाले मालदीव (Maldives) ने सार्क देशों की बैठक में पाकिस्तान के नापाक इरादों पर पानी फेर दिया. बताते हैं सार्क (SAARC) देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में पाकिस्तान ने फिर से सार्क सम्मेलन शुरू किए जाने की वकालत की, जिस पर मालदीव ने दखल देकर रोक दिया. गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में मालदीव ने आईआईसी में भारत का साथ देते हुए पाकिस्तान (Pakistan) के मंसूबों पर पानी फेर दिया था.
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पाकिस्तान की मांग पर दिया दखल
बताते हैं कि सार्क विदेश मंत्रियों की बैठक में पाकिस्तान ने एक बार फिर सार्क समिट शुरू करने की बात कही, जिस पर मालदीव के हस्तक्षेप के बाद इसे दोबारा रोक दिया गया. मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा है कि ये समय पाकिस्तान के सार्क सम्मेलन की मेजबानी करने का नहीं है. शाहिद ने कहा कि अभी पूरी दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है. ऐसे समय में इस तरह की समिट पर चर्चा करना ठीक नहीं है. मालदीव के सार्क समिट पर सवाल उठाने के बाद पाकिस्तान की मेजबानी का प्रस्ताव सहमति नहीं बन पाने के कारण गिर गया.
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2016 से इस्लामाबाद के इरादे हैं सार्क सम्मेलन के
बता दें कि पाकिस्तान साल 2016 से ही इस्लामाबाद में सार्क समिट कराने की कोशिश कर रहा है लेकिन भारत के विरोध के चलते उसके मंसूबे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं. दरअसल साल 2016 के बाद भारत में उरी, पठानकोट और पुलवामा जैसे आतंकी हमले हुए थे. जिसे देखते हुए भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी तरह के संबंध पूरी तरह से खत्म कर लिए हैं. इसके बाद से लगातार भारत पाकिस्तान में होने वाली सार्क समिट का बहिष्कार कर रहा है.