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स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर समंदर में हिचकोले मारने को है बेकरार, इस फाइटर प्लेन से होगा लैस 

स्वदेशी विमान वाहक पोत IAC विक्रांत अब भारतीय नौसेना में शामिल होने के लिए पूरी तरह तैयार है. समंदर की लहरों पर यह अपनी हर परीक्षा में सफल रहा है. इस एयरक्राफ्ट कैरियर पर अब दुनिया के सबसे बेहतरीन फाइटर प्लेन तैनात करने को लेकर माथापच्ची चल रही है.

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Iftekhar Ahmed
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स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर समंदर में हिचकोले मारने को है बेकरार( Photo Credit : File Photo)

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स्वदेशी विमान वाहक पोत IAC विक्रांत अब भारतीय नौसेना में शामिल होने के लिए पूरी तरह तैयार है. समंदर की लहरों पर यह अपनी हर परीक्षा में सफल रहा है. इस एयरक्राफ्ट कैरियर पर अब दुनिया के सबसे बेहतरीन फाइटर प्लेन तैनात करने को लेकर माथापच्ची चल रही है. भारतीय नौसेना इस बात को लेकर विचार कर रही है कि कौन सा बेहतरीन फाइटर एयरक्राफ्ट तैनात किया जाए. गौरतलब है कि स्वदेशी विमान वाहक पोत IAC विक्रांत पर दो बेहतरीन फाइटर्स का ट्रायल किया जा चुका है. इनमें से अमेरिकी F-18 सुपर हॉर्नेट और फ्रांस के राफेल M शामिल है. इसके बाद अब इसके अंतिम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. इस रिपोर्ट के बाद यह फैसला लिया जाएगा कि विक्रांत पर अमेरिकी F18 सुपर होर्नेट तैनात किया जाए या राफेल.

आत्मनिर्भरता में सबसे आगे निकली नेवी
आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में तेजी से बढ़ते भारत में नेवी तीनों सेनाओं में सबसे आगे निकल गई है. जंगी जहाज हो या सबमैरीन या फिर फ्रिगेट इसके निर्माण में भारत का शुमार अब अग्रणी देशों में होने लगा है. भारत अब दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जिसके पास एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने की तकनीक है. इसमें खास बात ये भी है कि इस एयरक्राफ्ट कैरियर का डिजाइन, स्टील और तकनीक भी स्वदेशी है. 

ये हैं स्वदेशी विमान वाहक पोत IAC विक्रांत की खूबियां
यह एयरक्राफ्ट 40 हजार टन वजनी और अत्याधुनिक तकनीक से लैस है. इसे आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर भारतीय नौसेना में शामिल किया जाना है. नौसेना के वाइस चीफ वाइस एडमिरल एसएन घोरमाडे के मुताबिक नौसेना में शामिल करने की तैयारियां तेज हो चुकी है. इस एयरक्राफ्ट कैरियर पर एयर क्रफ्ट की जरूरत जल्द पूरी हो, इसके लिए भी तैयारी अंतिम चरण में है.

भारत के पास हो जाएंगे दो एयरक्राफ्ट कैरियर
भारत के पास IAC विक्रांत के आने के बाद दो एयरक्राफ्ट कैरियर हो जाएंगे. INS विक्रमादित्य पर पहले से ही मिग 29 K ऑपरेशनल है.  ऐसे में नए एयरक्राफ्ट कितने लिए जाएंगे ये फैसला भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर किया जाएगा. नौसेना में शामिल होने से पहले IAC विक्रांत चौथे सी ट्रायल पर है और अब तक के ट्रायल सफल रहे हैं. इस करियर पर हेलीकॉप्टर लैंडिंग के ट्रायल भी हो चुके हैं, लेकिन नौसेना में शामिल होने के बाद फाइटर ऑपरेशन शुरू होंगे.  सूत्रों के मुताबिक नौसेना फिलहाल मिग 29 से फाइटर ट्रायल को शुरू करने वाली है.

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नौसेना-डीआरडीओ मिलकर बना रहे हैं दो इंजन वाले स्वदेशी फाइटर फ्लेन
नौसेना के वाइस चीफ ने कहा कि नौसेना और डीआरडीओ के साथ मिलकर स्वदेशी दो इंजन वाले फाइटर बनाने में जुटा है, जोकि डेक बेस से उड़ान भर सके. उन्होंने कहा कि फिलहाल इसमें थोड़ा समय लगेगा. उन्होंने कहा कि नौसेना के लिए स्वदेशी फाइटर  भी समय पर मिलने लगेगा. लेकिन जब तक ये स्वदेशी फाइटर आएगा, तब तक के  ये नए फाइटर लिए जा रहे हैं . 

Source : Madhurendra Kumar

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