भारतीय वायुसेना ने अपने परिवहन विमान एन-32 को बुधवार को अरुणाचल प्रदेश के विजयनगर के एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (ALG) में उतारा. ये जगह चीन बॉर्डर से सटी हुई है. जानकारी के मुताबिक यह चीन की सीमा के साथ सैन्य बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए राज्य में सक्रिय आठ एएलजी में से एक है.
बताया जा रहा है कि पूर्वी वायु कमांडर एयर मार्शल आरडी माथुर और पूर्वी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने एन 32 को चीनी सीमा के पास उतारा.
#WATCH: Indian Air Force's AN-32 transport aircraft landed at Vijaynagar advanced landing ground (ALG) in Arunachal Pradesh near the China border. This is one of the eight ALGs activated in the state to boost military infrastructure along the China border. pic.twitter.com/4WGH4LenH7
— ANI (@ANI) September 18, 2019
Arunachal Pradesh: Eastern Air Commander Air Marshal RD Mathur and Eastern Army Commander Lt Gen Anil Chauhan landed in Indian Air Force's AN-32 transport aircraft at Vijaynagar advanced landing ground (ALG) near China border. https://t.co/7qOCZ4PLKA pic.twitter.com/CSv4gLLhqL
— ANI (@ANI) September 18, 2019
इससे पहले चीनी सीमा से सटे मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड में उतरते समय दुर्घटना ग्रस्त हो गया था एन-32
बता दें, इसी साल जून में वायुसेना का एन-32 विमान अरुणाचल प्रदेश के जंगलों में लापता हो गया था जिसे काफी दिनों की मशक्कत के बाद ढूंढा गया. ऐसे में भारतीय वायुसेना ने इस साल तीन जून को अरुणाचल प्रदेश में लापता हुए परिवहन विमान एएन-32 का पता लगाने में मदद करने वाले दस लोगों को पांच लाख रुपये का नकद इनाम दिया. रूस निर्मित इस विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से इसमें सवार सभी 13 लोगों की मौत हो गई थी.
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ईस्टर्न एयर कमांड के एयर मार्शल आर.डी. माथुर 17 सितंबर को अरुणाचल प्रदेश में आयोजित हुए एक समारोह के दौरान लोगों को पुरस्कृत किया. रक्षा प्रवक्ता विंग कमांडर रत्नाकर सिंह ने कहा, 'ये वे लोग हैं जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उन खोज अभियानों में शामिल थे, जिनके कारण जून में लापता हुए एएन-32 विमान का पता चल पाया था,' वायुसेना ने अलग-अलग क्षेत्रों से संबंध रखने वाले 10 लोगों को सम्मानित किया, जिनमें उपायुक्त से लेकर पर्वतारोही और ग्रामीण भी शामिल थे.
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रूस में निर्मित एएफ-32 परिवहन विमान ने तीन जून को 12:27 बजे असम के जोरहाट से उड़ान भरी थी. इस विमान को चीन की सीमा से सटे अरुणाचल प्रदेश के शि-योमी जिला स्थित मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड पर उतरना था. मगर विमान का ग्राउंड स्टाफ से दोपहर 1:30 बजे संपर्क टूट गया. दुर्घटनाग्रस्त होने के दो सप्ताह से भी अधिक समय के बाद लापता एएन-32 विमान का मलबा लिपो इलाके में पाया गया था.