अतंराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देशभर में योग कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. आम जनता से लेकर बड़ी-बड़ी हस्तियों ने इस योग कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. इस मौके पर राष्ट्रपति भवन में भी योग कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने लोगों के साथ योग किया और योद दिवस की बधाई दी. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विश्व भर में योगाभ्यास करने वाले सभी लोगों को मेरी शुभकामनाएं. योग संपूर्ण मानवता को भारत की ओर से उपहार है. यह स्वस्थ जीवन और मन और शरीर के बीच के सही संतुलन की कुंजी है. आइए योग के उत्सव का हिस्सा बनें.
Pres Ram Nath Kovind at Rashtrapati Bhavan,Delhi:#InternationalDayofYoga is being celebrated at Rashtrapati Bhavan since 2015.I'm happy that like previous yrs,this yr too we're celebrating Yoga Day here. It's not just an event, it's a way to make yoga an integral part of our life pic.twitter.com/Rcq9C4hcdo
— ANI (@ANI) June 21, 2019
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विश्व भर में योगाभ्यास करने वाले सभी लोगों को मेरी शुभकामनाएं। योग सम्पूर्ण मानवता को भारत की ओर से उपहार है; यह स्वस्थ जीवन तथा मन और शरीर के बीच के सही संतुलन की कुंजी है। आइए योग के उत्सव का हिस्सा बनें – राष्ट्रपति कोविन्द pic.twitter.com/psANDvUuds
— President of India (@rashtrapatibhvn) June 21, 2019
इसी के साथ राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि, 'मुझे खुशी है कि पिछले वर्षों की तरह इस साल भी योग कार्यक्रम आयोजित किए गए. ये केवल एक कार्यक्रम नहीं है बल्कि योग को जीनव का अभिन्न हिस्सा बनाने का जरिया है.'
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वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रांची में आयोजित योग कार्यक्रम में शिरकत की थी. पीएम मोदी ने उन तीन वजहों के बारे में भी बताया जिसके चलते वह रांची आए. पीएम मोदी ने कहा, 'आप सोच रहे होंगे कि अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाने में रांची ही क्यों आया. दरअसल इसकी तीन वजह है . पहली वजह है कि योग और प्राकृति के करीब बहुत ही करीबी रिश्ता है. और राची भी प्राकृति के बहुत करीब है.' दूसरी वजह उन्होंने ये बताई कि रांची का नाम स्वास्थ्य के क्षेत्र में इतिहास में दर्ज है क्योंकि रांची से ही आयुष्मान योजना की शुरुआत हुई. तीसरी वजह बताते हुए उन्होंने कहा, 'आधुनिक योग को मुझे शहरों से अब गांव और जंगलों तक गरीबों और आदिवासियों के घर तक ले जाना है. रांची आने की मेरी तीसरी और सबसे बड़ी वजह यही थी.'
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पीएम मोदी ने कहा, मुझे योग को गरीब और आदिवासी के जीवन का भी अभिन्न हिस्सा बनाना है. क्योंकि ये गरीब ही है जो बीमारी की वजह से सबसे ज्यादा कष्ट पाता है. पीएम मोदी ने कहा, 'आज के बदलते हुए समय में, Illness से बचाव के साथ-साथ Wellness पर हमारा फोकस होना जरूरी है. यही शक्ति हमें योग से मिलती है, यही भावना योग की है, पुरातन भारतीय दर्शन की है.योग सिर्फ तभी नहीं होता जब हम आधा घंटा जमीन या मैट पर होते हैं.'