हर साल 21 जून को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भव्य और ऐतिहासिक हो, इसे लेकर केंद्र सरकार ने अपने सभी मंत्रियों को इसके लिए जिम्मेदारी सौंप दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सभी 29 कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्री अलग-अलग स्थानों पर मौजूद रहेंगे. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को ऐतिहासिक बनाने के लिए केंद्र सरकार ने बड़े पैमाने पर तैयारी की है. इस बार योग दिवस पर खास तैयारी केंद्र सरकार की तरफ से इसलिए भी की गई है कि कोरोना काल में 2 वर्षों तक योग दिवस नहीं मनाया गया था.
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लिहाजा प्रधानमंत्री सहित सभी कैबिनेट मिनिस्टर योग दिवस के मौके पर देश के अलग-अलग स्थानों पर मौजूद रहेंगे और आम लोगों के साथ योग करेंगे. आजादी के 75वें वर्ष के अवसर पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के तहत केंद्र के 75 मंत्री देश के 75 महत्वपूर्ण स्थानों पर योग दिवस में भाग लेंगे. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैसूर में ऐतिहासिक मैसूर पैलेस मैदान में 15 हजार लोगों के साथ योग करेंगे तो गृह मंत्री अमित शाह महाराष्ट्र के नासिक में त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर परिसर में आयोजित होने वाले योग कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
न्यूज़ नेशन को मिली जानकारी के मुताबिक विदेश मंत्री एस जयशंकर दिल्ली के लोटस टेंपल में योग करेंगे. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी नागपुर में तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दिल्ली के जंतर मंतर में आयोजित योग कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी लखनऊ के लखनऊ रेजीडेंसी में, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मध्य प्रदेश के खजुराहो में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा किले और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव अयोध्या में योग करेंगे. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह उत्तराखंड के हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर योग करेंगे तो केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश ग्वालियर किले में योग करेंगे.
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गौरतलब है कि योग दिवस पर कार्यक्रमों का आयोजन आयुष मंत्रालय कर रहा है. आयुष मंत्री सर्वदा सोनवाल ने बताया कि 13 मार्च को ही 100 दिन तक योग दिवस के कार्यक्रमों की शुरुआत हुई थी. विदेश मंत्रालय के साथ साझेदारी से योग दिवस के मौके पर योग का कार्यक्रम सुबह 3 बजे से 10 तक होगा, जो फिजी से शुरू होकर अमेरिका में खत्म होगा और इसमें लगभग 25 करोड़ लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.
योग स्थलों पर पीएम मोदी के साथ वर्चुअल सेल्फी लेने की भी व्यवस्था की गई है. कितने बड़े पैमाने पर आयोजन हो रहा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सिर्फ राजधानी दिल्ली में ही 100 जगहों पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. योग के कार्यक्रम में जहां 75 देश एक साथ शामिल होगे तो वही देश के अंदर 75 आइकॉनिक जगह पर योग शिविर लगेगा. सोनेवाल ने न्यूज़ नेशन से बात करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री के लिए मैसूर को योग की सांस्कृतिक की वजह से चुना गया है और मैसूर में डिजिटल प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा.
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देश के हर गांवों में योग शिविर लगे इसके लिए आयुष मंत्रालय ने सभी सरपंच को पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से चिट्ठी लिखी है. गौरतलब है कि आयुष मंत्रालय ने योग के लिए प्रोटोकॉल भी जारी कर दिए हैं.
HIGHLIGHTS
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैसूर पैलेस मैदान में करेंगे योग
- इस बार योग दिवस की थीम-'योगा फ़ॉर ह्यूमैनिटी' रखा गया