पश्चिम बंगाल के आसनसोल में रामनवमी की जुलूस के दौरान भड़की हिंसा के बाद पुलिस ने 60 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इलाके में इंटरनेट सेवाओं पर सरकार ने रोक लगा दी है। हिंसा को देखते हुए धारा 144 लगा दी गई है।
इलाके में शांति बहाल करने के लिए पुलिस की टीम लगातार गश्त कर रही है। रैपिड एक्शन फोर्स को भी तैनात कर दिया गया है। बता दें कि रामनवमी के जुलूस के दौरान दो गुटों में झड़प के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। वहीं दो पुलिस वाले घायल हो गए थे।
हिंसा के दौरान आसनसोल-दुर्गापुर के डिप्टी कमिश्नर पर बम से हमला किया गया जिसमें उनका हाथ बुरी तरह से झुलस गया था। उनका इलाज आसनसोल-दुर्गापुर हॉस्पिटल में चल रहा है।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से बीते दो दिनों में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई आगजनी व हिंसा की घटनाओं पर रिपोर्ट मांगी है।
आसनसोल से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद बाबुल सुप्रियो ने मंगलवार को ममता बनर्जी की अगुवाई वाली पश्चिम बंगाल सरकार पर 'तुष्टिकरण' की राजनीति करके सामुदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया और रानीगंज की स्थिति की जानकारी देने के लिए राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकात की।
रानीगंज में सोमवार को रामनवमी जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच हिंसा भड़क उठी थी। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि पुलिस उपायुक्त को एक हाथ गंवाना पड़ा।
रामनवमी जुलूस के दौरान कई घरों व दुकानों में तोड़फोड़ व आगजनी की गई जिससे तनाव फैल गया है।
(आईएएनएस इनपुट के साथ)
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Source : News Nation Bureau