महाराष्ट्र (Maharashtra) में किसकी बनेगी सरकार, इसे लेकर पिछले दो दिनों से हलचल तेज है. राज्यपाल द्वारा शिवसेना को दिए गए समय में सरकार बनाने का दावा पेश न कर पाने को लेकर शिवसेना (Shivsena) खेमे में मायूसी जरूर है लेकिन उम्मीदें अब भी बरकार हैं. शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे एनसीपी नेताओं के लगातार संपर्क में बने हुए हैं. इस बीच लीलावती अस्पताल (Leelawati Hospital) में भर्ती शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) का एक फोटो वायरल हो रहा है. इसमें वह शिवसेना के मुखपत्र सामना (Samana) के लिए संपादकीय (Editorial) लिखते दिखाई दे रहे हैं.
यह भी पढ़ेंः महाराष्ट्र में ‘शिवसेना- कांग्रेस की सरकार’ पर ओवैसी का बड़ा बयान, बोले- हमारे दो विधायक...
शिवसेना सांसद अरविंद सावंत (Arvind Sawant) के केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के साथ ही शिवसेना एनडीए (NDA) से बाहर हो चुकी है. करीब 30 साल की दोस्ती के बाद शिवसेना का एनडीए के बाहर आना कई सवाल पेश कर रहा है. शिवसेना की एक तरफ कट्टर हिंदुत्व की छवि और दूसरी तरफ कांग्रेस का साथ लेने से इसके दूरगामी परिणाम सामने आएंगे. दूसरी तरफ शिवसेना के सामने अब सरकार बनाने की मजबूरी भी है. अगर शिवसेना महाराष्ट्र में सरकार नहीं बना पाती है तो जनता और अपने विधायकों को जबाव देना उसके लिए काफी चुनौती भरा काम होगा.
यह भी पढ़ेंः प्रधानमंत्री मोदी से सलाह लेने के बाद राष्ट्रपति कोविंद ने किया शिवसेना सांसद अरविंद सावंत का इस्तीफा स्वीकार
संजय राउत का फोटो हुआ वायरल
लीलावती अस्पताल में भर्ती शिवसेना नेता संजय राउत का मंगलवार को एक फोटो वायरल (Viral) हुआ. इसमें संजय राउत मुखपत्र सामना के लिए संपादकीय लिखते दिखाई दे रहे हैं. माना जा रहा है कि इस संपादकीय में वह बीजेपी के खिलाफ आग उगल सकते हैं. संजय राउत पहले भी बयान दे चुके हैं कि बीजेपी चुनाव से पहले किए गए वादे से मुकर गई, जिसकी वजह से शिवसेना को एनडीए से बाहर आने के फैसला लेना पड़ा.
यह भी पढ़ेंः कट्टर हिन्दुत्व या अपना मुख्यमंत्री, शिवसेना को दोनों में से एक को छोड़ना होगा
गठबंधन टूटने का ठीकरा बीजेपी पर फोड़ना चाहती है शिवसेना
शिवसेना का साफ कहना है कि बीजेपी चुनाव के पहले किए गए अपने वादे से मुकर गई है. चुनाव के पहले जो 50-50 का फॉर्मूला तैयार किया गया था उसे वह बीजेपी ने मानने से इंकार कर दिया है, जबकि बीजेपी का कहना है कि उसकी ओर से कभी भी इस मामले में सहमति नहीं दी गई थी. अब शिवसेना एनसीपी के समर्थन से सरकार बनाने की दिशा में प्रयास कर रही है.
Source : कुलदीप सिंह