तीन तलाक मामले में फरियादी इशरत जहां, ने शुक्रवार को दावा किया कि उन्हें पुलिस से कोई संरक्षण नहीं मिला है, जबकि वह बीते सप्ताह में अपनी जिंदगी पर खतरे को देखते हुये इसकी मांग कर चुकी हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनका मकान मालिक उन्हें घर खाली करने को लेकर दबाव बना रहा है.
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हावड़ा जिले के गोलाबारी थाने में दर्ज शिकायत में जहां ने हिजाब में हनुमान चालीसा पाठन से संबंधित कार्यक्रम में शामिल होने पर मकान मालिक और देवर पर अपशब्द प्रयुक्त करने अैर जान से मारने की धमकी का आरोप लगाया है. जहां ने बताया, मेरे मकान मालिक घर खाली करने को लेकर दबाव बनाये हुये हैं।..मैं कहां जाऊंगी..मुझे अभी तक पुलिस संरक्षण भी नहीं मिला है.
हालांकि, पुलिस ने उनके दावे को खारिज करते हुये कहा कि एक अधिकारी रोजाना उनका हालचाल जानने के लिए उनके पास जाता है. गोलाबारी थाने के एक अधिकारी ने कहा कि उनके घर के आगे कोई पुलिसकर्मी तो तैनात नहीं किया गया है लेकिन प्रतिदिन एक अधिकारी उनके घर का दौरा अवश्य करता है. एक 14 साल की बेटी और आठ साल के बेटे की मां इशरत जहां, उन पांच फरियादियों में से है, जिन्होंने फौरी तीन तलाक के खिलाफ याचिका दायर की थी.
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उच्चतम न्यायालय ने फौरी तीन तलाक के खिलाफ 22 अगस्त, 2017 को अपना निर्णय सुनाया था. जहां के पति ने साल 2014 में उन्हें फौरी तीन तलाक दे दिया था। वह इसके खिलाफ अदालत गई थीं.
Source : BHASHA